प्रदीप गुप्ता ने कहा कि उनकी कंपनी शेयर बाजार में सूचीबद्ध होगी, लेकिन ऐसा तब होगा जब उनके अन्य कारोबार मुनाफे में आ जायेंगे.
NewDelhi : एक्सिस माई इंडिया के प्रमुख प्रदीप गुप्ता ने कहा है कि एग्जिट पोल करना घाटे का काम है और यह सर्वेक्षण करने वाले को इससे सिर्फ पहचान मिलती है. गुप्ता को चार जून तक एग्जिट पोल का महारथी माना जाता था, लेकिन लोकसभा चुनाव के नतीजों ने सर्वेक्षण करने वालों की छवि को तब झटका दिया, जब उनके पूर्वानुमान गलत साबित हुए. उन्होंने कहा, एग्जिट पोल करना घाटे का काम है, क्योंकि कोई भी मीडिया जमीनी स्तर पर निवेश किये गये पैसे से ज्यादा पैसा नहीं देगा… नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
VIDEO | @ 𝟒 𝐏𝐚𝐫𝐥𝐢𝐚𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐒𝐭𝐫𝐞𝐞𝐭: “Exit polls are a loss-making venture because no media house will pay as much money as that invested on the ground … the only profit that we make in exit polls is that we get visibility which we do not get while doing market… pic.twitter.com/NgCbtWOGGW
— Press Trust of India (@PTI_News) June 23, 2024
70 प्रतिशत कॉरपोरेट ग्राहक हैं और यहीं से मुख्य राजस्व आता है.
एग्जिट पोल से हमें सिर्फ इतना फायदा होता है कि हमें पहचान मिलती है, जो हमें कॉरपोरेट ग्राहकों के लिए बाजार अनुसंधान करते समय नहीं मिलती. पीटीआई के संपादकों के साथ संवाद एजेंसी के मुख्यालय में बातचीत में गुप्ता ने कहा कि उनके 70 प्रतिशत ग्राहक कॉरपोरेट ग्राहक हैं और यहीं से मुख्य राजस्व आता है. गुप्ता ने कहा, हम जमीन पर जो निवेश करते हैं, उसके अलावा… हर सर्वेक्षक को सटीक भविष्यवाणी करने के लिए 500 रुपये मिलते हैं और हमने (इस चुनाव में) 3,605 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया है. भविष्यवाणी सही होने पर अन्य प्रोत्साहन भी हैं. उन्होंने कहा कि एक्जिट पोल मौद्रिक रूप से नुकसान की तरह लगता है, लेकिन पहचान के मामले में इसमें फायदा है. गुप्ता ने कहा कि उनकी कंपनी शेयर बाजार में सूचीबद्ध होगी, लेकिन ऐसा तब होगा जब उनके अन्य कारोबार मुनाफे में आ जायेंगे.
प्रदीप गुप्ता ने 2013 में चुनावी सर्वेक्षण का काम शुरू किया
मध्य प्रदेश के बालाघाट में जन्मे गुप्ता ने दिल्ली में थॉमसन प्रेस के साथ काम किया और उसके बाद 1993 में एक विज्ञापन एजेंसी के साथ काम करने के लिए मुंबई चले गये. उन्होंने बताया, मैं उपयोगिता बिलों का विज्ञापन के लिए उपयोग करने वाला पहला व्यक्ति था और यह विचार उस समय बहुत लाभदायक साबित हुआ. गुप्ता बाद में वह हार्वर्ड बिजनेस स्कूल चले गये और भारत लौटने के बाद उन्होंने 2013 में चुनावी सर्वेक्षण का काम शुरू किया. गुप्ता ने कहा कि उन्होंने 65 चुनावों में 60 की सटीक भविष्यवाणी की.
शेयर बाजार में हेरफेर करने के लिए भाजपा की जीत की भविष्यवाणी करने का आरोप
प्रदीप गुप्ता उस समय विवाद का केंद्र बन गये, जब विपक्ष ने आरोप लगाया कि उन्होंने शेयर बाजार में हेरफेर करने के लिए जानबूझकर भाजपा की जीत की भविष्यवाणी की. शेयर बाजार एग्जिट पोल की घोषणा के बाद रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था और चार जून को मतगणना के दिन गिर गया. उन्होंने दावा किया कि उनके सर्वेक्षण में किसी भी हेरफेर या पक्षपात की कोई गुंजाइश नहीं है. यह पूछने पर कि क्या एक्सिस माई इंडिया पहले से तय योजना के अनुसार शेयर बाजार में सूचीबद्ध होगी, गुप्ता ने कहा, हम कुछ उत्पादों पर काम कर रहे हैं जो पेशकश के लिए तैयार हैं. एक बार जब वे लाभ में हो जायेगे, तो हम शेयर बाजार में सूचीबद्ध होंगे
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