मामला तीसरी प्रखंड का, 6 माह पहले बनी सड़क की खुली पोल
Tisri (Giridih) : सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार का नया उदाहरण गिरिडीह जिले के तिसरी प्रखंड की बेलवाना पंचायत में सामने आया है. 6 माह पहले बनी सड़क मॉनसून की पहली बारिश भी झेल नहीं पाई. मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कोदईबांक से बेलवाना तक 3.400 किलोमीटर सड़क का निर्माण करीब 4 करोड़ रुपए की लागत से करवाया गया था. बारिश में कोदईबांक के पास उक्त सड़क का आधा हिस्सा ढह गया और सड़क के अंदर सुरंगनुमा गोफ बन गया है. सड़क की इस स्थिति ने निर्माण कार्य में गुणवत्ता की पोल खोल दी है. इतना ही नहीं गार्डवॉल नहीं होने के कारण लगभग चार जगहों पर पानी के साथ सड़क के नीचे की मिट्टी भी बह गई है, जिससे जगह-जगह गोफ बन गया है. सड़क के नीचे की मिट्टी बहने से आस-पास के खेत भर गए हैं. पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि उमर फारुख के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीणों ने प्रशासन से इसकी शिकायत की है.
संवेदक की लापरवाही आई सामने
मुखिया प्रतिनिधि उमर फारूक ने कहा कि 6 माह पहले बनी सड़क के पहली बारिश में धंस जाने निर्माण कराने वाले संवेदक की लापरवाही सामने आ गई है. उन्होंने क्षेत्र के विधायक सह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से सड़क पर कुछ जगहों पर गार्डवॉल बनवाने का आग्रह किया है, वर्ना सड़क नहीं टिकेगी. कहा कि विभाग तत्काल इस सड़क की मरम्मत करवाए नहीं, तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. कोदईबांक की मंझली हांसदा व बेलवाना की साहिदा खातून ने कहा कि सड़क धंस जाने से उनके खेत में मिट्टी भर गई है, जिससे फसल की बुवाई करने में समस्या आ रही है. अब खेती कैसे होगी और इसकी भरपाई कौन करेगा? इस संबंध में विभाग के जेई अभिलेश कुमार ने कहा कि 3 वर्षों तक सड़क की मेंटेनेंस की जिम्मेवारी संवेदक की है. क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत कराई जाएगी.
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