- झारखंड में 285.6 मिमी बारिश होनी थी
- 10 जुलाई तक महज 135.6 मिमी बारिश हुई
- 53 फीसदी बारिश की कमी
- जून के बाद जुलाई में आपेक्षित कम बारिश
- सरकार भी अलर्ट मोड में
Kaushal Anand
Ranchi : झारखंड में लगातार तीसरे वर्ष मॉनसून की बेरुखी और सूखे की आहट से किसान सहमे हुए हैं. हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अधिकांश जिलों में धान रोपनी तो दूर अब तक बिचड़ा भी तैयार नहीं हो सका है. जुलाई के पहले सप्ताह में जब बारिश हुई, तो किसान बिचड़ा तैयार करने की तैयारी में जुट गये, लेकिन अचानक बारिश बंद हो जाने के बाद सारी तैयारियां धरी की धरी रह गयीं. मौसम विभाग की मानें तो झारखंड राज्य में मॉनसून कमजोर पड़ चुका है. मौसम विभाग ने जुलाई के तीसरे सप्ताह में फिर से मॉनसून सक्रिय होने का अनुमान लगाया है. ऐसे में किसान कोई तैयारी नहीं कर पा रहे हैं. बस इंद्र देवता से बारिश की मिन्नते कर रहे हैं.
अन्य खरीफ फसल पर भी लगा ब्रेक
मॉनसून की बेरुखी का असर केवल खरीफ की खेती धान पर ही नहीं पड़ा है. बल्कि असर अन्य खरीफ फसलों की तैयारी पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. राज्य सराकार ने किसानों तक धान के बीज तो जरूर पहुंचा दिये हैं, मगर अब तक बिचड़ा लगाने का काम भी शुरू नहीं हो पाया है. कई जिलों में जुलाई के पहले सप्ताह में बारिश के बाद खेतों में बिचड़ा तैयार करने के लिए बीज तो डाल दिये गये हैं. पर बारिश नहीं होने के कारण अब बिचड़ा सूखने के कगार पर पहुंच गया है.
छींटा विधि केवल 3% ही खेती
मॉनसून की बारिश न होने का असर इससे भी समझा जा सकता है कि लक्ष्य के विपरीत अब तक राज्य में केवल तीन प्रतिशत ही धान की खेती हो पायी है. कृषि विभाग के अनुसार, हमारे राज्य में करीब 18 लाख हेक्टेयर में धान की ही खेती होती है. अब तक राज्य में 18 लाख हेक्टेयर की तुलना में मात्र 58 हजार हेक्टेयर में ही धान लग सका है. इसमें करीब 55 हजार हेक्टेयर में छींटा विधि से धान लगाया गया. हालांकि कुछ जिलों में किसान छींटा विधि से धान का बिचड़ा तैयार करते हैं. मगर बारिश नहीं होने के कारण इनके भी सूखने के आसार हैं.
सरकार अलर्ट मोड में
इधर सूखे की आहट को देखते हुए राज्य सरकार भी अलर्ट मोड में आ गयी है. नयी कृषि मंत्री दीपिका सिंह पांडेय ने अपने अफसरों को इसके लिए तैयार रहने और वैकल्पिक व्यवस्था का एक्शन प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है. उन्होंने अपने अफसरों को निर्देश दिया है कि कम बारिश को देखते हुए रोबस्ट कंटींजेंसी प्लान तैयार करें. ताकि सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न होने पर उसे क्रियान्वित किया जा सके.
10 से 13 जुलाई तक येलो अलर्ट, भारी बारिश का अनुमान
इस बीच, मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 10 से 13 जुलाई तक राज्य में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. जिसमें झारखंड के सभी हिस्सों में थडरिंग के साथ अच्छे बारिश का अनुमान लगाया गया है. 10 जुलाई को राज्य में कहीं-कहीं थडरिंग के साथ बारिश, 11 जुलाई को राज्य में कहीं-कहीं थडरिंग के साथ बारिश, 13 जुलाई को राज्य के उत्तर पूर्व इलाके में भारी बारिश और 13 जुलाई को राज्य के उत्तर पूर्वी तथा निकटवर्ती मध्य भागों में कहीं-कहीं पर भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है.
झारखंड में 10 जुलाई तक महज 135.6 मिमी बारिश
जिला |
कितनी बारिश हुई (मिमी) |
कितनी बारिश होनी थी (मिमी) |
बारिश की कमी (प्रतिशत में) |
बोकरो |
135.2 |
256.7 |
47 |
चतरा |
72.9 |
254.8 |
71 |
देवघर |
150.8 |
283.8 |
47 |
धनबाद |
183.9 |
306.01 |
40 |
दुमका |
174 |
296.2 |
41 |
पूर्वी सिंहभूम |
118.5 |
328.7 |
64 |
गढ़वा |
91 |
215.6 |
58 |
गिरिडीह |
130.1 |
284.2 |
54 |
गोड्डा |
196.1 |
260.2 |
25 |
गुमला |
176.9 |
300.5 |
41 |
हजारीबाग |
125.1 |
294.2 |
57 |
जामताड़ा |
148 |
317 |
53 |
खूंटी |
199.7 |
199.7 |
34 |
कोडरमा |
119.9 |
255.04 |
53 |
लातेहार |
121.1 |
274 |
56 |
लोहरदगा |
94.3 |
281.6 |
67 |
पाकुड़ |
110.8 |
343.2 |
68 |
पलामू |
107.7 |
199.1 |
46 |
रामगढ़ |
95.5 |
288.7 |
67 |
रांची |
132 |
296.1 |
55 |
साहिबगंज |
247.2 |
354.8 |
30 |
सरायकेला:खरसांवा |
85.9 |
290.8 |
70 |
सिमडेगा |
250.7 |
356.7 |
30 |
पश्चिम सिंहभूम |
102.7 |
288.3 |
64 |
Leave a Reply