Ranchi : झारखंड हाईकोट के चीफ जस्टिस विद्युत रंजन षाड़ंगी समेत अन्य न्यायधीशों की मौजूदगी में राष्ट्रीय लोक अदालत की शुरुआत की गयी. मौके पर चीफ जस्टिस डॉ बीआर सारंगी ने कहा कि लोक अदालत के माध्यम से मामलों के त्वरित निष्पादन में तेजी आयी है. लोगों को समय पर न्याय मिलना जरूरी चाहिए. न्याय में देरी होने से न्यायिक व्यवस्था से लोगों का विश्वास कम होने लगता है. चीफ जस्टिस ने राज्य के आखिरी गरीब व्यक्ति तक न्याय पहुंचाने की बात पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम सभी को सुनिश्चित करना होगा कि आखिरी गरीब व्यक्ति तक न्याय पहुंते. उन्होंने विधिक सेवा प्राधिकार को तीन बातों पर विशेष ध्यान रखने को कहा. पहला लोगों को समय पर कानूनी सहायता पहुंचाना, दूसरा बिना थके काम करना और तीसरा जहां कानूनी सहायता की जरुरत है, वहां टीम का पहुंचाना. इस दौरान चीफ जस्टिस डॉ. बीआर सारंगी ने हत्या के तीन पीडितों को 5 और 2-2 लाख रुपये का चेक प्रदान किया।
मामलों के निष्पादन के लिए हाईकोर्ट में दो बेंचों का गठन
बता दें कि नालसा (नेशनल लीगल सर्विस अथारिटी) के कलेंडर और झालसा (झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार) के कार्यपालक अध्यक्ष के निर्देश पर आज शनिवार को राज्य भर की अदालतों में राष्ट्रीय लोक अदालत लगायी गयी है. लोक अदालत में ज्यादा से ज्यादा मामलों के निष्पादन के लिए हाईकोर्ट में दो बेंचों का गठन किया गया है. राष्ट्रीय लोक अदालत में राज्य भर के दस लाख मामलों के निष्पादन का लक्ष्य रखा गया है. इसमें प्री लिटीगेशन और कोर्ट में लंबित मामले शामिल हैं. लोक अदालत में निष्पादन के लिए जिन मामलों को सूचीबद्ध किया गया है, उसमें करीब एक लाख ऐसे मामले हैं जो अलग-अलग अदालतों में पेंडिंग हैं.
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