Ranchi : रांची से बोकारो-धनबाद जाने के लिए छोटे वाहन चालक सिकिदरी घाटी से गुजरते हैं. यह घाटी रांची की सिकिदरी और रामगढ़ के गोला थाना क्षेत्र में आता है. भारतमाला प्रोजेक्ट का काम चलने की वजह से सिकिदरी घाटी की पुरानी सड़क से ही छोटे वाहन गुजरते हैं. गोला में एक बोर्ड भी लगा है, बड़े वाहनों का गुजरना मना है. सिकिदरी में भी ऐसे ही बोर्ड लगे हैं. लेकिन यह सिर्फ दिखावे का बोर्ड है. बस, ट्रक और ट्रेलर तक इस घाटी से गुजरने लगे हैं. घाटी के ऊपर सिकिदरी पुलिस और नीचे गोला पुलिस के जवान यह सब देख करके भी चुप रहते हैं. बड़े वाहनों को नहीं रोकने की वजह जो भी हो पर यह छोटे वाहन और उस पर सवार लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ जरुर है.
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सिकिदरी घाटी में आधा दर्जन से अधिक हैं तीखे मोड़
सिकिदरी घाटी में करीब आधा दर्जन से अधिक तीखे मोड़ हैं. यह नहीं पता चलता कि सामने से कौन सा वाहन आ रहा है. जब अचानक से सामने बस, ट्रक या ट्रेलर आ जाता है, तब छोटे वाहन चालकों की परेशानी बढ़ जाती है. खासकर गोला की तरफ से आते वक्त सीधी चढ़ाई कर रहे कार के सामने जब बड़े वाहन आ जाते हैं, तब चालक के हाथ-पांव फूल जाने जैसी स्थिति बन जाती है. और यह स्थिति अगर रात के वक्त हो, तो नीचे से आ रहे कार चालक को कुछ भी नहीं दिखता. सामने से आंख पर जब बड़े वाहनों के लाइट पड़ते हैं, तब कुछ सेकंड के लिए आंखें चौंधिया जाती हैं. कई बार गाड़ी रोक देनी पड़ती है.
सिकिदरी घाटी की सड़कें घुमावदार हैं. तीन जगह पर बिल्कुल यू-टर्न जैसी सड़क है. सड़क की चौड़ाई हाईवे जैसी नहीं है और कम है. इस कारण छोटे वाहन चालकों के लिए घाटी से गुजरना पहले मुश्किल भरा होना स्वाभाविक है. ऊपर से बड़े वाहन बेरोकटोक चलने लगे हैं और जिम्मेदारों ने आंखें मूंद ली हैं, तो कार सवारों के लिए यह घाटी जानलेवा साबित हो सकता है.
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