Ghatshila (Rajesh Chowbey) : झारखंड सरकार की ओर से आठवीं कक्षा के छात्र- छात्राओं को प्रखंड कार्यालय से दी जा रही साइकिल ले जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शनिवार को उत्क्रमित मध्य विद्यालय भूमरो एवं झाटीझरना उच्च विद्यालय के बच्चे 25 से 30 किलोमीटर की दूरी तय करके सुबह 8 बजे घर से साइकिल लेने प्रखंड मुख्यालय पहुंचे. उन्हे दोपहर 2.30 बजे साइकिल मिला. इस संबंध में भूमरो स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक कृष्ण चंद्र बेरा तथा झाटीझरना स्कूल के प्रधानाध्यापक नवदीप करन ने बताया कि अपने पैसे से बच्चों को दोपहर का भोजन कराना पड़ता है. साइकिल फिटिंग करने वाले साइकिल फिटिंग करने में काफी लेट लतीफ हैं. यहां तक की साइकिल फिटिंग करने के दौरान किसी भी पार्ट्स में ग्रीस का उपयोग नहीं करते हैं और न ही साइकिल के चक्का में हवा भरा हुआ होता है. बच्चे किसी तरह टांग कर साइकिल दुकान तक ले जाते हैं, वहां दुकानदारों को 5-10 रुपये देकर हवा भरवाते हैं. फिटिंग कर रहे मिस्त्री से हवा देने के लिए पंप मांगने पर नहीं देते हैं. इन सारी परेशानियों को सुनने वाला तथा देखने वाला कोई नहीं है.
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