झारखंड के 15 जिलों में नक्सल गतिविधि और चल रहे अभियान की 18 जुलाई को समीक्षा करेंगे डीजीपी
Ranchi : झारखंड के 15 जिलों में चल रहे नक्सल अभियान और नक्सल गतिविधि की समीक्षा होगी. इसको लेकर डीजीपी अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में 18 जुलाई को बैठक आयोजित की गयी है. इस बैठक में रांची, धनबाद, जमशेदपुर, बोकारो, चाईबासा, चतरा, गढ़वा, गिरिडीह, गुमला, खूंटी, लातेहार, लोहरदगा, सरायकेला, पलामू और दुमका जिले के एसएसपी व एसपी शामिल होंगे.
झारखंड के पांच जिले माओवाद प्रभावित
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की समीक्षा के बाद देश के नौ राज्यों के 38 जिले सिर्फ माओवाद प्रभावित हैं. इनमें झारखंड के पांच जिले (पश्चिमी सिंहभूम, गिरिडीह, गुमला, लातेहार और लोहरदगा ) भी शामिल हैं. केंद्र सरकार ने माओवाद प्रभाव के आधार पर एलडब्लूई (लेफ्ट विंग एक्सट्रीम) जिलों को तीन श्रेणियां में बांटा है. पहली श्रेणी में नक्सल प्रभावित वाले जिलों को रखा गया है. दूसरी श्रेणी में उन जिलों को रखा गया है, जो अति माओवाद प्रभावित हैं. वहीं तीसरी श्रेणी उन जिलों की है, जहां माओवाद का प्रभाव कम हो गया है, लेकिन अब भी वहां नजर रखने की जरुरत है.
साढ़े तीन साल में मारे गये 38 नक्सली, 1381 गिरफ्तार, 78 ने किया सरेंडर
झारखंड में सक्रिय नक्सली संगठनों के खिलाफ लगातार अभियान जारी है. राज्य के अलग-अलग जिलों में बीते साढ़े तीन साल (जनवरी 2021 से 17 जून 2024) में 38 नक्सली मारे गये हैं. मारे गये नक्सलियों में भाकपा माओवादी, पीएलएफआई, जेजेएमपी और टीपीसी संगठन के नक्सली शामिल हैं. इस दौरान 1381 नक्सली गिरफ्तार भी हुए हैं. जबकि 78 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है.
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