न गार्ड है, न सीसीटीवी कैमरा, किराए की जमीन पर खोला जा रहा बैंक्विट हॉल
Pramod Upadhyay
Hazaribagh: जिले में शादी घरों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कोई खाली जमीन पर पंडाल लगाकर बुकिंग कर रहा है, तो कोई एस्बेस्टस सीट डालकर शादी घर बना रहा है. इनमें व्यवस्था के नाम पर कुछ नहीं है. न कैमरा लगा हुआ है और न सिक्योरिटी गार्ड है. इसके बावजूद लोग इन घरों में विवाह समारोह आयोजित कर रहे हैं, क्योंकि सुविधा संपन्न शादी घरों को 24 घंटे के लिए बुक करने के लिए एक लाख से लेकर चार लाख रुपये तक खर्च करने पड़ते हैं. वह भी तीन महीने पहले. सुविधा विहीन शादी घरों में चोर आसानी से प्रवेश कर रहे हैं और पार्टी में घुसकर खा-पीकर चोरी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. दरअसल, हजारीबाग जिले में लगभग प्रत्येक दिन कोई न काेई नया शादी घर, बैंक्विट हॉल खुल रहा है. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि अब आम लोग भी परेशानी से बचने के लिए शादी घरों में विवाह समारोह आयोजित करना पसंद कर रहे है. .
सुविधा विहीन शादी घरों में चोर उचक्के भी खूब देखे जाते हैं. वे भीड़ की आड़ में न केवल खाते-पीते हैं, बल्कि घटना काे अंजाम देकर फरार हो जाते हैं और उनकी पहचान भी नहीं हो पाती है. भुक्तभोगी अनजाने में अपने ही लोगों पर शक करता है, जिससे परिवार के बीच खटास भी आने लगती है. ऐसा ही एक ताजा मामला बड़ा बाजार थाना क्षेत्र स्थित दीक्षित ग्रेड मैरेज हॉल में सामने आया है. 11 जुलाई को एक लड़की पक्ष ने बैंक्विट हॉल को बुक किया था. बारात आई तो कुछ अज्ञात असामाजिक तत्वों ने भी बैंक्विट हॉल प्रवेश किया और पार्टी के बीच शामिल हो गए. खूब खाना खाया, मौज मस्ती की, फिर मौका पाकर एक पक्ष के ज्वेलरी लेकर फरार हो गये. इसके बाद भुक्तभोगी ने बड़ा बाजार थाने में आवेदन दिया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 14 जुलाई को एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
ऐसी स्थिति रही तो होटल में बंद हो जाएगी शादी
इस संबंध में बिहार के राज बिहारी ने बताया कि बैंक्विट हॉल और शादी घरों में शादी करना आसान होता है, समय भी बचता है और परेशानियां भी कम होती हैं. लेकिन कुछ बैंक्विट हॉल और शादी घर में कोई व्यवस्था नहीं होती है. वहीं लड़के पक्ष से शादी घरों की मांग भी की जाती है, जिसकी वजह से शादी घर की तलाश तीन महीने पहले शुरू कर दी जाती हैं. बड़े शादी घरों का रेट आसमान छू रहा है. ऐसे में छोटे बैंक्विट हॉल और शादी घर की बुकिंग तो करते हैं, लेकिन वहां न सिक्योरिटी गार्ड की सुविधा होती है और न ही सीसीटीवी कैमरा लगा होता है. संचालक कोई जिम्मेवारी नहीं लेता है.
यही कारण है कि बाहरी लोग होटल में आसानी से प्रवेश कर जाते हैं, कुछ खाना खाने की नीयत से आते हैं, तो कुछ असामाजिक तत्व चोरी करने की नीयत से तो कुछ महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने आते हैं. ये लोग आसानी से घटना काे अंजाम देकर चले जाते हैं, जिनकी पहचान करनी नामुमकिन हो जाती है. यही कारण है कि असामाजिक तत्वों का मनोबल बढ़ता जा रहा है. उन्होंने यह कहा कि अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले समय में होटल में विवाह होना बंद हो जाएगा, क्योंकि आज से 25 साल पहले लोग मंदिर में शादी करते थे, जहां उन्हें काफी सहूलियत होती थी, लेकिन कुछ अज्ञात लोग मंदिर में भी हुड़दंग करने लगे और लोगों को परेशान करने लगे. इसके बाद मंदिर में शादी करने वालों की संख्या कम होती चली गई और होटल में शादी होने लगी, लेकिन यहां भी अब लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
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