NewDelhi : उच्चतम न्यायालय चुनावी बॉन्ड योजना की अदालत की निगरानी में जांच का अनुरोध करने वाली जनहित याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा. प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ दो गैर सरकारी संगठनों कॉमन कॉज और सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन (सीपीआईएल) की जनहित याचिका पर सोमवार को सुनवाई कर सकती है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
जनहित याचिका में राजनीतिक दलों और कंपनियों के बीच स्पष्ट लेन-देन का आरोप
दोनों गैर सरकारी संगठनों की जनहित याचिका में राजनीतिक दलों और कंपनियों के बीच स्पष्ट लेन-देन का आरोप लगाया गया है. चुनावी बॉन्ड योजना को एक घोटाला करार देते हुए याचिका में मुखौटा कंपनियों और घाटे में चल रही उन कंपनियों के वित्तपोषण के स्रोत की जांच का अधिकारियों को निर्देश देने का अनुरोध किया गया है, जिन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों को चंदा दिया. पांच-सदस्यीय संविधान पीठ ने 15 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) -नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार द्वारा शुरू की गयी गुमनाम राजनीतिक चंदे की चुनावी बॉन्ड योजना’ रद्द कर दी थी. भारतीय स्टेट बैंक ने शीर्ष अदालत के फैसले के बाद निर्वाचन आयोग के साथ आंकड़े साझा किये थे, जिन्हें आयोग ने बाद में सार्वजनिक किया था.
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