- हेम्ब्रम ने बांटा पौधा व छाता, कहा- समस्याओं के समाधान का करेंगे प्रयास
Chandil (Dilip Kumar) : सरकार लोगों के कल्याण के लिए कई लाभकारी योजना चला रही है, लेकिन जनप्रतिनिधि व पदाधिकारियों के उदासीनता के कारण कल्याणकारी योजनाओं का लाभ वास्तविक लाभुकों तक नहीं पहुंच रही है. ऐसे कई योग्य लाभुक हैं जिन्हें योजनाओं का लाभ नहीं मिलता है. वैसे लोगों को चिन्हित कर उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा. झारखंड आंदोलनकारी सह स्वच्छ चांडिल स्वस्थ चांडिल के संस्थापक सुखराम हेंब्रम ने कहा कि पेंशन, राशन, आवास समेत विभिन्न लाभकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का यथासंभव प्रयास किया जाएगा. वे रविवार को चांडिल अनुमंडल अंतर्गत चौका थाना क्षेत्र के कोड़ाबुरु गांव में सुख, शांति, समृद्धि, स्वच्छ, शिक्षा, स्वास्थ अभियान के तहत बिरहोर, पहाड़िया, कालिंदी व मछुवा समुदाय की बैठक को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बारी-बारी से हर समस्या का समाधान करने का प्रयास किया जाएगा. बैठक के पूर्व उन्होंने लोगों के बीच 500 पौधा और 500 छाता का वितरण किया. उन्होंने कहा कि छाता से लोग बारिश से सुरक्षित रहेंगे और पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का दायित्व निभाएंगे.
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ग्रामीणों ने सुनाई अपनी व्यथा
बैठक के दौरान ग्रामीणों ने क्षेत्र की समस्याओं की लंबी लिस्ट पेश की. ग्रामीणों ने कहा कि इस क्षेत्र में ना जनप्रतिनिधि पहुंचते है और ना पदाधिकारी. ऐसे में लोग सरकार के जनोपयोगी योजनाओं से वंचित रह जाते हैं. ग्रामीणों ने दुखी मन से कहा कि झारखंड अलग राज्य होकर 24 साल होने जा रहा है, लेकिन उस क्षेत्र में अबतक लोगों को ना योजनाओं की सही जानकारी मिल पाती है और ना उसका लाभ. क्षेत्र में 70-80 वर्ष के कई ऐसे वृद्ध व्यक्ति हैं जिन्हें पेंशन नहीं मिलता है. कई लोगों को अबतक आधार कार्ड नहीं बना है. पेयजल, सड़क, बिजली आदि की समस्या तो आम बात है. बैठक में 14 कोड़ाबुरु, सोनालटांड़, झीककोचा, लापायबेड़ा, कांकीबेड़ा, कदमबेड़ा, गुंगुकोचा, डुंगरीडीह, केंदुआडीह, जारवादा, माचाबेड़ा, बाड़ेदा, पासानडीह, डाहीकोचा, पालगम एवं तुलग्राम के लोग शामिल हुए. बैठक की अध्यक्षता डोमन बास्के ने किया. इस अवसर पर अमर बिरहोर, चारलू बिरहोर, गुरुवा पहाड़िया, चानु पहाड़िया, लंबोदर पहाड़िया, पस्ता कालिंदी, अजित मछुवा, पुईतू उरांव, दिनेश उरांव, डॉ. भानु मांझी, महावीर मांझी, हाड़ीराम सोरेन, भास्कर टुडू, राजेन टुडू समेत कई समाजसेवी बुद्धिजीवी एवं युवा साथी उपस्थित थे.
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