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समाज के लोगों ने बैठक कर जताया विरोध
Pirtand (Giridih) : जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मधुबन के अर्बन हाट में रविवार को जैन समाज की बैठक हुई. इसमें सर्व समाज के लोग शरीक हुए. बैठक में बीते शुक्रवार को पारसनाथ पर्वत स्थित दिसोम मांझी थान में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा आयोजित पूजा में कथित बकरे की बलि देने पर नाराजगी जताई गई. समाज के लोगों में इसे मुद्दे पर आक्रोश है. जैन समाज व मधुबन के ग्रामीणों ने पशु बलि की निंदा करते हुए प्रशासन से मामले की जांच की मांग की. कहा कि प्रशासन ग्रामीणों, समाज के लोगों व जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाकर बताए कि पारसनाथ पर्वत को लेकर सरकार की क्या गाइडलाइन है. कहा कि प्रशासन यह आस्वस्त करे कि मांझी थान में दोबारा ऐसी घटना नहीं होगी. बैठक में इस मुद्दे पर गिरिडीह के डीसी व प्रखंड के बीडीओ से मिलकर ज्ञापन सौंपने का भी निर्णय लिया गया.
बैठक की अध्यक्षता करते हुए सत्येंद्र जैन ने कहा कि पारसनाथ पहाड़ जैन समाज का प्रसिद्ध तीर्थस्थल है और यहां मांसाहार वर्जित है. कहा कि सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें दिसोम मांझी थान में बकरे की बलि को दिखाया गया है. इससे जैन समाज में आक्रोश है. बैठक में मधुबन बाजार सेवा समिति, स्वच्छता समिति, महावीर मंदिर सेवा समिति, मेला समिति, मुखिया, उपमुखिया, दिगंबर, श्वेताम्बर संस्थाओं के प्रबंधक, जैन समाज के लोग और स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे.
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