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Hazaribagh: बाबू गांव कोर्रा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर उच्च विद्यालय में शनिवार को मार्गदर्शन के तहत वैदिक गणित विषय पर चर्चा की गई. इसमें मुख्य अतिथि डॉ विमल कुमार मिश्रा, प्राचार्य आदर्श महाविद्यालय, राजधनवार, डॉ ब्रज कुमार विश्वकर्मा, डॉ अरुण कुमार मिश्रा, यूसीईटी में असिस्टेंट प्रोफेसर सह पूर्व छात्र परिषद, प्रांत संयोजक व मनोज कुमार सिंह शामिल हुए. सर्वप्रथम डॉ विमल कुमार मिश्रा को विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष डॉ ब्रज कुमार विश्वकर्मा ने अंगवस्त्र व विद्यालय का पत्रिका देकर सम्मानित किया. तत्पश्चात डॉ विमल कुमार मिश्रा ने कक्षा दशम के भैया-बहन को गणित के इतिहास पर कुछ महत्वपूर्ण जानकारी व चर्चा की. उन्होंने कहा कि यजुर्वेद में वर्गमूल की चर्चा की गई है और चार का गुणनफल की चर्चा हुई.
डॉ विमल ने यह भी बताया कि ऋग्वेद में दस के गुणज का उल्लेख किया जा चुका था. उन्होंने रामायण पर भी चर्चा कर बताया कि वाल्मीकि ने पांच सौ ईसापूर्व में रामायण में जब राम अपनी सेना के साथ लंका विजय के लिए समुद्र पर 100 योजन लंबा पुल बनाया, जो कि एक योजन आठ मील के बराबर होता है. उन्होंने बताया कि जब हनुमान सूर्य को फल समझकर खा लिए थे तो उस समय “युग सहस्र योजन पर भानू, लील्यो ताहि मधुर फल जानू. इस श्लोक से पृथ्वी और सूर्य की दूरी 15 करोड़ के आसपास है, यह वेदों में पहले उल्लेखित है. डॉ अरुण कुमार मिश्रा ने भी इस विषय पर प्रकाश डाला और भैया बहन को महत्वपूर्ण जानकारी दी. मनोज कुमार सिंह, ने आगंतुकों को आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद व्यक्त किया. मौके पर कक्षा दशम के भैया-बहन के साथ राहुल कुमार पांडेय, शिव शरण ठाकुर, अमन कुमार गुप्ता, पवन कुमार गुप्ता आदि उपस्थित थे.
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