Kiriburu (Shailesh Singh) : आदिवासी समन्वय समिति झारखंड की बैठक नन्दपुर बारला निवास में सलाहकार बेन्जामिन पूर्ति की अध्यक्षता में हुई. बैठक में आस संयोजक सुशील बारला ने कहा कि झारखंड अलग राज्य बने 24 वर्ष हो गये हैं. इसके बाद भी मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र के लोग संविधान प्रदत मौलिक अधिकारों से वंचित हैं. क्षेत्र में ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने को लेकर लगाए जा रहे सोलरयुक्त जलमीनार बनने के साथ खराब हो रहे हैं. उससे पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं निकलता है. गुदड़ी प्रखंड में पदाधिकारियों और कर्मचारियों का अभाव है. ग्रामीणों का काम समय पर नहीं होता है. गोइलकेरा प्रखंड के हिन्डुंग में अभी तक आंगनबाड़ी और विद्यालय नहीं है. आनन्दपुर प्रखंड के सोदा में भी आंगनबाड़ी नहीं है.
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गुदड़ी प्रखंड के आंगनबाड़ी सेविका, सहिया को गोइलकेरा बैठक के लिए जाना पड़ता है. वनाधिकार पट्टा के लिए ग्रामीण कार्यालयों का चक्कर लगाकर परेशान हैं. बैठक में निर्णय लिया गया कि सितम्बर में आदिवासी समागम कर आदिवासियों के सामाजिक और राजनीतिक दशा और दिशा पर विचार-विमर्श किया जाएगा. इसमें राज्य के विभिन्न समाजिक संगठनों प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा. बैठक को शांन्तिएल काडयबुरू, नरेंद्र केरकेट्टा, मनोहर लोमगा, मोजेस चेरोवा, अलबन बारोवा ने भी सम्बोधित किया. बैठक में गुदड़ी, बन्दगांव, गोइलकेरा, अनन्दपुर, सोनुवा, मनोहरपुर और नोवामुंडी के सक्रिय कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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