- विधायक ने गलत बयानी पर माफी मांगने को कहा
- डॉ. अजय ने जनता से सच छुपाने का लगाया आरोप
Jamshedpur (Sunil Pandey) : भुइयांडीह से सटे कल्याणनगर व इंद्रानगर के 150 मकान तोड़े जाने के मामले में राजनीतिक माइलेज की जंग अब ट्वीटर पर शुरु हो गई हैं. कांग्रेस नेता डॉ. अजय द्वारा इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के एनजीटी में शिकायत का आरोप लगाने के बाद विधायक सरयू राय ने अर्जुन मुंडा से इस संबंध में बात की तथा श्री मुंडा से हुई बातचीत को अपने ट्वीटर हैंडल पर पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘मैने अर्जुन मुंडा से पुछा कि क्या आपने जमशेदपुर की इंद्रानगर व कल्याणनगर के 150 घरों को तोड़ने के संबंध में एनजीटी को पत्र लिखा है, तो उन्होंने कहा कि नदी तल में बनने वाली बहुमंजिली इमारतों से नदी को बचाने के संबंध में उन्होंने (मुंडा) एक पत्र एनजीटी में भेजा है. उसमें इंद्रानगर- कल्याणनगर या किसी अन्य बस्ती के घरों को तोड़ने का कोई उल्लेख नहीं है’. विधायक ने कहा कि अगर डॉ. अजय के पास एनजीटी में अर्जुन मुंडा द्वारा लिखा गया वह पत्र है, जिसमें इंद्रानगर व कल्याणनगर का जिक्र है तो वे उक्त पत्र सार्वजनिक करें, अन्यथा गलत बयानी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगें.’
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भाजपा पहले आग लगाती है फिर बुझाने का नाटक करती है
इसके जवाब में डॉ. अजय ने कहा कि कम से कम विधायक ने यह तो माना कि अर्जुन मुंडा ने एजीटी में शिकायत की थी. वहीं डॉ. अजय कुमार ने रविवार को प्रेस बयान जारी कर कहा कि भाजपा पहले आग लगाती है और फिर उसको बुझाने का नाटक करती है, यही उसका चरित्र है. इस पूरे खेल में जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय बराबर के भागीदार हैं. अब तो पूरी तरह से साफ हो गया कि अर्जुन मंडा ने ही एनजीटी में आवेदन किया था. सबसे बड़ी बात की उस समय के जनजातीय केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को पर्यावरण मंत्रालय मामले में हस्तक्षेप करने की आवश्यकता क्यों पड़ी. मुंडा को बताना चाहिए कि क्या किसी कार्पोरेट कंपनी के साथ कोई डील हुई थी. उनको एनजीटी में किए गए आवेदन को भी सार्वजनिक करना चाहिए. ताकि लोगों इस मामले की पूरी जानकारी मिल सके.
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