Kolkata : पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर हमला तेज करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने दो सप्ताह पहले यहां एक सरकारी अस्पताल में एक महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में प्रदर्शन करने के लिए कई कार्यक्रमों की घोषणा की है. केंद्रीय मंत्री मजूमदार ने कहा कि घटना के खिलाफ 28 अगस्त से चार सितंबर के बीच पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन किये जायेंगे.
28 अगस्त को स्प्लेनेड इलाके में धरना
मजूमदार ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर ध्यान नहीं देने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि पार्टी 28 अगस्त से कोलकाता के एस्प्लेनेड इलाके में धरना शुरू करेगी, जबकि पार्टी की महिला शाखा राज्य महिला आयोग कार्यालय के द्वार पर तालाबंदी करेगी. शहर के श्यामबाजार इलाके में भाजपा की ओर से आयोजित एक प्रदर्शन से इतर उन्होंने पत्रकारों से कहा, ऐसा लगता है कि राज्य महिला आयोग मूर्च्छित हो गया है.
29 अगस्त को हर जिले में जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय का घेराव
भाजपा नेता ने कहा कि 29 अगस्त को पार्टी कार्यकर्ता दोपहर में हर जिले में जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय का घेराव करेंगे, जबकि दो सितंबर को हर ब्लॉक में प्रशासनिक कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि चार सितंबर को राज्य में जगह-जगह चक्का जाम किया जायेगा, जिससे एक घंटे तक यातायात बाधित रहेगा. मजूमदार ने आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में जारी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच से राज्य और भ्रष्ट अस्पताल प्रशासन के बीच सांठगांठ का पता चलने का दावा किया.
मुख्यमंत्री संदिग्ध सौदों में शामिल बड़ी मछलियों को बचा रही हैं
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री करोड़ों रुपये के संदिग्ध सौदों में शामिल बड़ी मछलियों को बचा रही हैं. केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा, हम मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री और अस्पताल के एक शक्तिशाली अधिकारी के बीच हुई फोन बातचीत को सीबीआई जांच के दायरे में लाया जाये. भाजपा के प्रदर्शन की योजना के जवाब में तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता जॉय प्रकाश मजूमदार ने कहा, ‘अपराधियों का पता लगाने में सीबीआई द्वारा की जा रही देरी से ध्यान हटाने के लिए भाजपा राज्य में परेशानी बढ़ाने और सामान्य जनजीवन को बाधित करने की कोशिश कर रही है.
भाजपा की एकमात्र मांग मुख्यमंत्री का इस्तीफा है
उन्होंने कहा,जब पूरा पश्चिम बंगाल सीबीआई से महिला चिकित्सक को न्याय दिलाने की मांग कर रहा है, ऐसे में भाजपा की एकमात्र मांग मुख्यमंत्री का इस्तीफा है, जिन्होंने पीड़ित परिवार के साथ एकजुटता व्यक्त की है तथा उनके साथ खड़ी हैं. तृणमूल कांग्रेस के एक अन्य नेता कुणाल घोष ने कहा, ‘‘इससे पता चलता है कि भाजपा महिला सुरक्षा के मुख्य मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं है जिसे पश्चिम बंगाल की लाखों महिलाओं द्वारा उठाया गया है.
मुख्यमंत्री के इस्तीफे को लेकर नबान्न तक प्रस्तावित रैली गैरकानूनी : तृणमूल
पश्चिम बंगाल की मंत्री और तृणमूल नेता चंद्रिमा भट्टाचार्य ने छात्र समाज नामक एक छात्र संगठन द्वारा मंगलवार को प्रस्तावित नबान्न अभियान’ रैली को गैरकानूनी और कोलकाता में व्यापक पैमाने पर अशांति फैलाने की कोशिश बताया. परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या की घटना को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर इस रैली का आह्वान किया गया है. भट्टाचार्य ने सोमवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि रैली के लिए पुलिस की अनुमति नहीं ली गयी. उन्होंने कहा कि यह राज्य में शांति एवं स्थिरता भंग करने की कुछ तत्वों की साजिश है.
दो लोग रैली की सफलता के लिए हिंसा की पैरवी कर रहे हैं
तृणमूल नेता कुनाल घोष और जयप्रकाश मजूमदार के साथ भट्टाचार्य ने कहा कि चिकित्सक के दुष्कर्म-हत्या मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी गयी है. उन्होंने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को राजनीति से प्रेरित बताया. उन्होंने कहा, ‘‘छात्र समाज ने सोशल मीडिया पर इस रैली का आह्वान किया है और उसने अपनी योजनाओं के बारे में पुलिस को सूचना नहीं दी है. घोष ने ऐसे वीडियो दिखाये जिनमें कथित तौर पर दो लोग रैली की सफलता के लिए हिंसा की पैरवी कर रहे हैं.
अशांति पैदा करने के लिए राज्य के बाहर से लोग लाये जा रहे हैं
उन्होंने इसका संबंध दक्षिणपंथी समूहों और माकपा समेत कुछ वामपंथियों से होने का दावा किया. उन्होंने कहा, ये लोग – ज्यादातर आरएसएस और एबीवीपी जैसी दक्षिणपंथी ताकतों के साथ माकपा समर्थित कुछ वामपंथी – वास्तव में क्या चाहते हैं, यह इन वीडियो से स्पष्ट हो गया है. वे हिंसा चाहते हैं. हमें सूचना मिली है कि रैली के दौरान अशांति पैदा करने के लिए राज्य के बाहर से लोग लाये जा रहे हैं.