Chakradharpur (Shambhu Kumar) : श्री कृष्ण जन्माष्टमी सोमवार को चक्रधरपुर में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. इस अवसर पर सोमवार देर रात 12 बजे मंदिरों में पूजा-अर्चना की गई. कई मंदिरों में सोमवार सुबह से ही पूजा-अर्चना शुरू हो गई थी. जन्माष्टमी को लेकर मंदिरों को आकर्षक तरीके से सजाया गया है. देर रात भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया. चक्रधरपुर शहर के रेलवे क्षेत्र स्थित पोर्टरखोली के साथ-साथ बाटा रोड स्थित हनुमान मंदिर, रेलवे स्टेशन के समीप गौर-निताई मंदिर, पंचमोड़ स्थित राधा-गोविंद मंदिर, सोनुवा बस स्टैंड स्थित शिव मंदिर, शीतला मंदिर स्थित शिरडी साईं मंदिर, संतोषी मंदिर, तुलसी मंदिर, टाउन काली मंदिर, लोको कॉलोनी स्थित राम मंदिर सहित अन्य अन्य मंदिरों में व सार्वजनिक स्थानों पर भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को लेकर तैयारियां की गई. इधर ग्रामीण क्षेत्रों में भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर पंडाल का निर्माण कराया गया है.
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राधा गोविंद मंदिर से निकाला गया नगर कीर्तन
जन्माष्टमी को लेकर सोमवार को चक्रधरपुर के पंचमोड़ स्थित राधा गोविंद मंदिर से नगर कीर्तन निकाला गया. इस दौरान महिला-पुरुष श्रद्धालु राधा कृष्ण का जाप व जयकारा करते हुए चल रहे थे. इस नगर कीर्तन में पश्चिम बंगाल के विभिन्न जगहों से पहुंचे कीर्तन मंडली शामिल हुए. नगर कीर्तन राधा गोविंद मंदिर से निकलकर पंचमोड़, इतवारी बाजार, कुसुमकुंज समेत अन्य क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए पुनः राधा गोविंद मंदिर पहुंचा. नगर कीर्तन के आगे-आगे एक वाहन में राधा कृष्ण के वेशभूषा में बच्चे बैठे थे. इस नगर कीर्तन में मंदिर समिति के आदिकांत षाड़ंगी, दमयंती नाग, बृजवासी हेमंत शर्मा, अनुज प्रधान, रवि मोहंती समेत महिला पुरुष श्रद्धालु शामिल थे.
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श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर पोर्टरखोली में लग रहा झूला उत्सव मेला
चक्रधरपुर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर झूला उत्सव मेला लगाया जा रहा है. वर्षों से चक्रधरपुर की रेलवे क्षेत्र के पोर्टरखोली में झूला उत्सव मेला लगता आ रहा है. मेला की तैयारियां पूरी हो गई हैं. वहीं पोर्टरखोली में चार स्थानों पर भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाकर पूजा अर्चना की जाती है. चक्रधरपुर में एकमात्र कृष्ण जन्माष्टमी का मेला है जो आसपास के क्षेत्र में विख्यात है. यहां मेला में तरह-तरह के छोटे-बड़े झूलों के अलावा मौत का कुआं, जादू व अन्य मनोरंजन के साधन लोगों के लिए उपलब्ध रहते हैं. साथ ही पूरे पोर्टरखोली क्षेत्र में बड़ी संख्या में दुकानें लगायी जाती हैं. सात दिनों तक चलने वाले इस कृष्ण जन्माष्टमी मेले में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ती है.
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