Hazaribagh: आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कृषि विभाग के सातवें सेमेस्टर के 21 विद्यार्थियों को कृषि संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र, वाराणसी भेजा गया. चार माह के प्रशिक्षण के बाद विद्यार्थी आईसेक्ट विश्वविद्यालय लौट आएंगे. इस बाबत विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने बताया कि आईसेक्ट विश्वविद्यालय ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने को लेकर पहचान स्थापित किया है. स्मार्ट कक्षाओं की सुविधा प्रदान किए जाने के साथ-साथ विद्यार्थियों को तमाम जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं. कुलपति डॉ पीके नायक ने कहा कि विश्वविद्यालय में चलाए जा रहे सभी कोर्सों के तहत विद्यार्थियों को शैक्षणिक भ्रमण कराए जाते हैं. साथ ही जिस कोर्स में विद्यार्थियों को प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है, उन्हें संबंधित स्थान पर भेजकर प्रशिक्षण भी कराया जाता है.
छात्रों के समावेशी विकास पर बल दिया जाता हैः डॉ अरविंद
कृषि संकायाध्यक्ष डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि आईसेक्ट विश्वविद्यालय में कृषि से यूजी और पीजी दोनों कराए जाते हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में आधुनिक तकनीकों के माध्यम से पढ़ाई कराए जाने के साथ साथ, विद्यार्थियों को शैक्षणिक भ्रमण व प्रयोगात्मक कार्य अनुभव के लिए विभिन्न कृषि विज्ञान केंद्रों में प्रशिक्षण भी कराए जाते हैं. उन्होंने कहा कि सेमिनार, कांफ्रेंस, संगोष्ठी व अन्य माध्यमों के जरिए विद्यार्थियों के समावेशी विकास पर बल दिया जाता है. प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र, वाराणसी जाने वाले विद्यार्थियों में जीतु कुमार, अभिषेक कुमार, अमित कुमार, नंदकिशोर, अभय कुमार, आदर्श, पियुष, नीरज, बालाजी, चंदन, आशुतोष, नकुल, किशोर, नितिश, अभिनंदन सहित अन्य के नाम शामिल हैं. कृषि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सत्यप्रकाश, प्रभात किरण, फरहीन सिद्दीकी, प्रतिभा हेंब्रम समेत अन्य प्राध्यापक-प्रध्यापिकाओं ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी हैं.
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