Ashish Tagore
Latehar: जिला मुख्यालय में एक ऐसी भी सड़क है जहां यह बता पाना मुश्किल है कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क है. नगर पंचायत क्षेत्र के चंदनडीह-पहाड़पुरी इलाके का यह पथ आज जर्जर हो गई है. उस पर विगत दिनों हुई बारिश के कारण सड़क की स्थिति और दयनीय हो गई है. शहर के पानी टंकी से निकलने वाली यह सड़क पांडेयपूरा समेत अन्य कई गांवों को जोड़ती है. चंदनडीह मुहल्ला गुजारने के बाद पता ही नहीं चलता है कि सड़क कहां है. सड़क में असंख्य गढ्ढे हो गए हैं. सड़क बिल्कुल ऊबड़ खाबड़ हो गई है. लोग इस पर हिचकोले खाते हुए गुजरते हैं. अगर आप कुछ खा कर तुरंत इस पथ पर चलते हैं तो हो सकता है आपने जो खाया पिया है वह बाहर निकल जाए. दो पहिया वाहन तो क्या चार पहिया वाहन चालकों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गढ्ढों में पानी भर जाने के कारण हमेशा दुर्घटनाओं आशंका रहती है. पानी भरे रहने कारण गड्ढ़ों की गहराई का पता नहीं चलता है और लोग दुर्घटनाग्रस्त होते हैं.
संत जेवियर स्कूल समेत कई संस्थान हैं
बता दें कि इस सड़क पर संत जेवियर एकेडमी और आशा कार्मेल केंद्र (दिव्यांग बालिका भवन) और कैथोलिक चर्च समेत कई संस्थान और प्रतिष्ठान हैं. यह सड़क लातेहार जिला मुख्यालय को पांडेयपूरा, हेरहंज और बालूमाथ तक को जोड़ती है. प्रतिदिन इस सड़क से सैकड़ों वाहनों का आवागमन होता है. पांडेयपूरा ग्रामवासियों का इसी सड़क से आवागमन होता है. लेकिन सड़क जर्जर होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा सड़क निर्माण के लिए निविदा निकली गई है. सड़क का निर्माण भी शुरू किया गया था. लेकिन पहाड़पुरी में कार्य अभी भी अधूरा है.
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