Dhanbad/Katras : भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक आदिवासी समाज का प्रसिदध् करम पर्व शनिवार को धनबाद कोयलांचल में धूमधाम से मनाया जा रहा है. गरम गीतों से वातावरण गूंजित है. इस पर्व में बहन अपने भाई की लंबी आयु के लिए दुआ मांगती हैं. बहनें पूरी रात ढोल नगाड़े और गाजे-बाजे के साथ करम डाली के चारों और घूम-घूमकर नृत्य करते हुए करम गीत गाती हैं. सरायढेला की राखी कुमारी, नेहा कुमारी, बेबो कुमारी,चंदा कुमारी व मीठी कुमारी ने कहा कि वे अपने भाई की लंबी आयु व स्वस्थ जीवन की कामना से करम पर्व कर रही हैं. सुमन देवी, शिला देवी, पूर्णिमा देवी व गीता देवी ने बताया कि करम पर्व भाई-बहन के प्यार के साथ-साथ सृष्टि का पर्व भी है.क्योंकि कर्म ही धर्म है और धर्म ही कर्म है. करम पेड़ को हमलोग देवता के रूप में मानते हैं और उसे आंगन में गाड़कर जावा फूल के बीच रखकर उसकी पूजा करते हैं. बहने भाई की लंबी उम्र के लिए उपवास भी रखती हैं.
इधर, कतरास के झींझी पहाड़ी शिव मंदिर प्रांगण में भव्य करम महोत्सव का आयोजन किया गया. यह आयोजन बिनोद बिहारी महतो स्मृति कला सांस्कृतिक संस्थान की ओर से किया गया. झामुमो नेता राजेन्द्र प्रसाद राजा ने बिनोद बाबू की तस्वीर पर माल्यार्पण कर महोत्सव का उद्घाटन किया. करम आखाड़ा वंदना में बहनों ने करम गीतों पर नृत्य प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया. पलक ग्रुप, हनी, पाखी, अभिजीत, चांदनी, राजा चक्रवर्ती, धरम,कल्पना, सुभोजीत सहित 38 ग्रुपों ने अपनी प्रस्तुति दी. महोत्सव में बूढ़ा बाबा मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष लखन महतो, सुरेश कुमार महतो, साधन महतो, अर्जुन महतो, पंडित महतो, काली दत्ता समेत सैकड़ों महिला-पुरुष मौजूद थे. महुदा में भी करम महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है.
यह भी पढ़ें : अमित यादव, जेपी वर्मा, पूर्व डीएसपी ने थामा भाजपा का दामन, मरांडी ने दिलाई सदस्यता
Leave a Reply