- विचार, वाणी और व्यवहार की शुद्धता ही करती है बेहतर जीवन का निर्माण
Jamshedpur (Sunil Pandey) : बिष्टुपुर स्थित नरभेराम हंसराज इंग्लिश स्कूल परिसर के कुसुम कमानी ऑडिटोरियम में सामाजिक संस्था नारायण रेकी सत्संग परिवार (एनआरएसपी) टाटानगर की ओर से जीवन जीने का नया अंदाज (‘आजीवन खुश रहने का मंत्र‘) कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस आयोजन की मुख्य वक्ता विश्व प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर रेकी ग्रैंड मास्टर राजेश्वरी मोदी (राज दीदी) ने लगभग ढाई घंटे तक प्रशंसा, प्रेरणा व प्रोत्साहन से पाएं सुख, शांति, समृद्धि से संबंधित सकारात्मकता से भरे अपने विचार विस्तार से कई प्रसंग सुनाते हुए व्यक्त किये.
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उन्होंने आगे कहा कि हर व्यक्ति के जुबान पर मां सरस्वती विराजमान है. विचार, वाणी और व्यवहार की शुद्धता ही बेहतर जीवन का निर्माण करती है. आपके कार्य को कोई क्रेडिट दे या नहीं दे आप अपना सर्वोत्तम देना जारी रखे. हर्ट न हों क्योंकि हर्ट सबसे निम्नतर ऊर्जा है जो आपके जीवन में आते हुए सुख, शांति, समृद्धि को रोकती है. हमें हमेशा शुभ और सकारात्मक बातें करनी चाहिए. किसी भी मनुष्य को अपशब्द और नकारात्मक बातें नहीं करनी चाहिए. तोल मोलकर बोलें व शब्दों की शक्ति को पहचाने. ऐसा नहीं बोले जिससे किसी को तकलीफ हो. उन्होंने कहा कि जो दूसरों को देंगे वही आपको वापस मिलेगा. किसी को हर्ट करेंगे तो हर्ट होंगे और जब हर्ट हों तो आत्मचितन करें. राजेश्वरी मोदी ने कहा कि जीवन की भाग दौड़ व तेज गति में किसी का भी हक ना मारें. अपने निर्मल मन व सहज स्वभाव से जीवन को आसान बनाया जा सकता है. अनेक प्रश्नों के उत्तर में उन्होंने कहा कि स्नेह सब पर खूब बरसायें. स्नेह व समर्पण से हम लोगो का विश्वास जीतते है जो हमें जीवन पर्यंत खुशियां देता है.
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बुराई करने वालों की नकारात्मकता को सकारात्मकता में बदलें : राज दीदी
राज दीदी ने कहा जीवन दो जोन में बंटा है. ए यानि सकारात्मकता और बी यानि नकारात्मकता. उन्होंने दोनों जोन के बारे में कहानियों के माध्यम से समझाया. राज दीदी ने घर के सदस्यों सास-बहू, जेठानी, देवरानी, से लेकर दोस्तों के बीच की नकारात्मकता को दूर करने की चर्चा की. साथ ही जीवन जीने के मंत्र के 5 -सूत्र भी सबसे साझा किये. उन्होंने कहा कि यदि कोई आपकी बुराई करें तो उसे नजरअंदाज करें. उसकी नकारात्मकता को सकारात्मकता में बदलें.
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गणेश वंदना से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ
इससे पहले गणेश वंदना गीत पर आधारित नृत्य एवं दीप प्रज्वलन तथा राष्ट्र गान की प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. पता नहीं किस रूप में तुमको नारायण मिल जायें.. गीत पर छोटे-छोटे बच्चों ने सामूहिक नृत्य किया. राज दीदी संग श्रोताओं ने पूरी हो हमारी हर शुभ मनोकामना प्रार्थना की. संस्था की टाटानगर सेंटर हेड उमा अग्रवाल और प्रीति अग्रवाल ने राज दीदी को फूलों का गुलदस्ता और अंग वस्त्र देकर स्वागत किया. गुरु मां राज दीदी को मोर पंख की छांव में कार्यक्रम स्थल तक लाया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रमुख रूप से उमा अग्रवाल, प्रीति सुल्तानिया, स्मिता मूनका, सरिता अग्रवाल, लक्ष्मी भरतिया, पिंकी सिंह, आशा चौधरी, प्रीति अग्रवाल, आदि का योगदान रहा.
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