Kausal Anand
Ranchi: इंडिया गठबंधन में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा. सीट शेयरिंग को लेकर किचकिच है. रविवार को इंडिया गठबंधन की राजनीति पूरी तरह गरमायी रही. राजद दिन भर बिदका रहा है. मान-मनौव्वल का दौर भी चला. राजद ने झामुमो-कांग्रेस को सोमवार सुबह 11 बजे तक का अल्टीमेटम दे दिया है. साफ कर दिया है कि सीटों को लेकर उनकी डिमांड पूरी न हुई, तो वह अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर देगा. राजद ने कम से कम 15 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर दिया है. इन सबके बीच झामुमो ने अपने सारे प्रत्याशी लगभग तय कर लिए हैं. सीएम खुद सोमवार को अपने दो प्रत्याशियों मिथिलेश ठाकुर और अनंत प्रताप देव का नामांकन कराने के लिए मौजूद रहेंगे.
उधर सीट शेयरिंग की किच-किच से दूर सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ताबड़तोड़ चुनावी सभाएं कर रही हैं. लगातार चिह्नित विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में चुनावी सभाएं कर महिलाओं को न सिर्फ सरकार की उपलब्धियों से अवगत करा रही हैं, बल्कि मंईंयां योजना को भी कैश करा रही हैं. उधर सीट शेयरिंग की घोषणा से इंडिया गठबंधन में शामिल राजद आहत है. राजद का कहना है कि सीट शेयरिंग की एकतरफा घोषणा कर दी गयी है. राजद का कहना है कि सीएम ने घोषणा की है कि झामुमो-कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, सहयोगी दलों राजद-माले के लिए 11 सीटें रहेंगी. ये घोषणा ठीक नहीं है.
पांच सीट पर तो हमारा नैतिक हक बनता हैः राजद
राजद नेता तेजस्वी यादव, सांसद मनोज झा सहित अन्य राष्ट्रीय नेता रविवार को भी रांची में जमे रहे. होटल रेडिसन ब्लू से लेकर प्रदेश राजद कार्यालय तक दिन भर गहमागहमी रही. अचानक पौने तीन बजे राजद के दिग्गज नेता प्रदेश कार्यालय पहुंचे. पत्रकारों से बातचीत करते हुए सांसद मनोज झा ने गठबंधन के सहयोगी दलों के नेताओं पर अपने राष्ट्रीय नेताओं के अपमान करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह बात ठीक है कि हम पूरे झारखंड में मजबूत नहीं हैं, मगर इतने भी कमजोर नहीं हैं कि चार सीटों पर ही लड़ें. गठबंधन की ओर से पार्टी को चार सीटें देने की बात कही जा रही हैं.
कहा कि पिछली बार हमलोग सात सीटों पर लड़े थे, जिनमें से एक पर विजयी रहे और चार सीटों पर बहुत करीबी अंतर से हारे. यानी चार सीटों पर हम रनर रहे. इस तरह पांच सीट पर तो हमारा नैतिक हक बनता है. मगर अब हम लोग कई सीटों पर काफी मजबूत हैं. इसलिए अधिक झुकने और समझौता करने का सवाल ही पैदा नहीं होता है. हम झामुमो और कांग्रेस को सोमवार सुबह 11 बजे तक का समय दे रहे हैं और अगर सम्मान जनक सीटें नहीं मिलीं, तो सोमवार को ही अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर देंगे. गठबंधन में भाकपा-माले भी शामिल है, लेकिन अन्य वाम दल भाकपा-माकपा को शायद इंडिया गठबंधन से दूर ही रखा गया है. यही वजह है कि रविवार को भाकपा ने 15 सीटाें से प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर दी.
कांग्रेस-झामुमो को बड़ा दिल दिखाना होगा : मनोज झा
सांसद मनोज झा ने कहा कि हम किसी सहयोगी को कोई नुकसान पहुंंचाना नहीं चाहते हैं. मगर यह भी सच है कि पूरे देश में राजद ही एक ऐसी पार्टी है, जो भाजपा की कट्टर विरोधी रही है. हमने हर वक्त भाजपा विरोधी मुहिम में बढ़कर-चढ़ कर हिस्सा लिया. झारखंड गठन में हमारी भी अहम भूमिका रही. राज्य में हेमंत सोरेन सरकार बनवाने में भी अहम भूमिका रही. इंडिया गठबंधन बनाने का श्रेय भी राजद को ही जाता है. ऐसा नहीं है कि हमारे दल के एकमात्र विधायक को कोई लोभ-लालच विरोधियों ने नहीं दिया.
मनोज ने कहा कि हमारे नेताओं को अपने पाले में करने का प्रयास नहीं हुआ. मगर हमने कभी भाजपा से समझौता नहीं किया. अगर हम गठबंधन से बाहर भी हो गए, तो जहां पर भी हमारे गठबंधन साथी मजबूत होंगे और भाजपा को हराने में सक्षम होंगे, हम सहयोग करेंगे. अगर हेमंत सोरेन को फिर से मुख्यमंत्री बनना है, तो कांग्रेस और झामुमो को बड़ा दिल दिखाना होगा. मौके पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता, प्रदेश प्रभारी जयप्रकाश नारायण यादव सहित कई नेता उपस्थित थे.
आपसी विवाद है, हल हो जाएगा : सुप्रियो
झामुमो महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यह हमारा आपसी विवाद है, जिसका हल निकल जाएगा. जहां तक अल्टीमेटम और तल्ख टिप्पणियों का सवाल है, तो बात से ही बात बिगड़ती है और बात से ही बात बनती है. हम सभी गठबंधन के सहयोगी सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और वह भी पूरी मजबूती के साथ.
कहीं कोई विवाद नहीं, सभी मिलकर लड़ेंगे
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि कहींं कोई विवाद नहीं है. सभी दलों के नेताओं पर अपने-अपने संगठन और कार्यकर्ताओं का दबाव रहता है. यह कोई बड़ा मसला नहीं है. हम सभी सहयोगी दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे और मौकापरस्त भाजपा गठबंधन को पराजित करने का काम करेंगे.
मनिका सीट को लेकर फंसा है मुख्य पेंच
दरअसल राजद को सात सीटें मिल रही हैं. लेकिन पेंच केवल और केवल मनिका सीट को लेकर फंसा है. दरअसल भोक्ता जाति अब अनुसूचित जाति से अनुसूचित जनजाति कू सीची में आ गई है. इसलिए सत्यानंद भोक्ता के लिए अब एसटी सुरक्षित सीट की तलाश है, जो पलामू प्रमंडल में मनिका ही है. मगर मनिका सीट कांग्रेस की सिटिंग सीट है. इसलिए कांग्रेस यह सीट छोड़ना नहीं चाहती है. चतरा सीट से सत्यानंद भोक्ता की बहु जो अनुसूचित जाति से आती हैं, उन्हें पार्टी वहां से उतारने जा रही है. मगर सत्यानंद भोक्ता भी चुनाव लड़ना चाहते हैं, इसे लेकर राजद ओर कांग्रेस में पेंच फंसा हुआ है.
राजद ने चार प्रत्याशियों के नाम तए किए
राजद ने अपने चार प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए हैं और उन्हें पार्टी का सिंबल भी दे दिया गया. केवल आधिकारिक घोषणा बाकी है. प्रदेश राजद अध्यक्ष संजय सिंह यादव हुसैनाबाद से, सुरेश पासवान देवघर से, चतरा से रश्मि प्रकाश, गोड्डा से संजय प्रसाद यादव चुनावी समर में उतर सकते हैं. सूचना है कि संजय सिंह यादव 24, सुरेश पासवान 24, रश्मि प्रकाश 23 अक्टूबर को अपना नामांकव पत्र दाखिल कर सकते हैं.
कांग्रेस प्रत्याशियों के भी नाम तय
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक दिल्ली में हुई. इसमें कांग्रेस के प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगायी गयी. ऐसी संभावना है कि कांग्रेस जल्दी ही पहली सूची जारी कर सकती है. गठबंधन का फर्मूला तय करने के बाद सभी राष्ट्रीय नेता और प्रदेश के नेता दिल्ली चले गए. समिति की बैठक में राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, प्रभारी गुलाम अहमद मीर, राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल, प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, विधायक दल के नेता डॉ. रामेश्वर उरांव नेता मौजूद रहे.
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