मुंबई शहर पर हमला किया गया और तत्कालीन सरकार(मनमोहन) का कोई रिस्पॉन्स नहीं हुआ.
Mumbai : हम आतंकवाद के खिलाफ जीरो-टॉलरेंस की बात करते हैं. इसका मतलब यह है कि अगर किसी ने कुछ किया तो प्रतिक्रिया जरूर होगी. मुंबई(26-11) में जो हुआ, वह दोहराया नहीं जाना चाहिए. मुंबई शहर पर हमला किया गया और तत्कालीन सरकार(मनमोहन) का कोई रिस्पॉन्स नहीं हुआ. यह हमारे लिए और दुनिया के लिए अच्छा नहीं है. हमें आतंकवाद को बेनकाब करने की जरूरत है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मुंबई में रविवार को आतंकवाद को सेकर यह बात कही. वे यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इस क्रम में कहा कि भारत और पूरी दुनिया के लिए मुंबई काउंटर-टेररिज्म का प्रतीक है.
STORY | There was no response to 26/11 Mumbai terror attack: Jaishankar
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— Press Trust of India (@PTI_News) October 27, 2024
ऐसा नहीं हो सकता कि आप दिन में व्यापार करें और रात में आतंकी भेजें
विदेश मंत्री ने कहा, जब हम यूएनएससी के सदस्य थे, तब आतंकवाद-रोधी समिति के अध्यक्ष बनाये गये. कहा कि भारत ने पहली बार सुरक्षा परिषद की बैठक आयोजित की थी. बैठक मुंबई के उसी होटल में हुई जहां पर आतंकी हमला हुआ था. भारत आज हम आतंकवाद से लड़ने में सबसे आगे हैं.जयशंकर ने कहा, ऐसा नहीं हो सकता कि आप दिन में व्यापार करें और रात में आतंकी भेजें. भारत उसे स्वीकार नहीं करेगा. उनका इशारा पाकिस्तान की ओर था. दस साल(मोदी सरकार) में यही बदलाव आया है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के संदर्भ में एस जयशंकर ने कहा कि यहां ऐसी सरकार की जरूरत है, जिसकी विचारधारा केंद्र सरकार के समान हो.