Ranchi: जेसोवा (झारखण्ड आईएएस ऑफ़िसर्स वाइव्स एसोसिएशन ) के तत्वावधान में मोरहाबादी में आयोजित दिवाली मेला 2024 का रविवार को समापन हो गया और अपने पीछे छोड़ गया सुनहरी सुबह और सुरमई शाम. मेले के अंतिम दिन मौसम साफ रहने की वजह से बड़ी संख्या में लोग आए. मेले में वहां पार्किंग, सुरक्षा से संबंधित अन्य व्यवस्थाएं भी चाक चौबंद दिखीं. टिकट काउंटर पर टिकट लेने वालों की लंबी कतार थी और सब कतारबद्ध होकर मेले परिसर में प्रवेश करते दिखाई दिए. जेसोवा मेले के पांचों हैंगर में बड़ी संख्या में लोगों ने खरीदारी की. मेले में सबसे ज्यादा भीड़ रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुओं की स्टाल पर भीड़ थी. मेले में सबसे ज्यादा भीड़ फूड कोर्ट में देखी गई. वहां विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का आनंद लोग ले रहे थे.
गजल गायकी से सजी शाम
शनिवार जहां सुनंदा शर्मा बनारस घराने के शास्त्रीय संगीत से सजी थी वहीं रविवार की शाम भी ग़ज़ल के सुरमई अंदाज से सजी थी. मृणालिनी अखौरी द्वारा गई ग़ज़ल “ये दौलत भी ले ये शोहरत भी ले लो” ने लोगों को तालियां बजाने पर विवश कर दिया. कार्यक्रम देर शाम तक चलता रहा और गायन मंच के सामने लोग आनंद लेते रहे.
ट्रेडिशनल के साथ मॉडर्न उत्पादों को लेकर दिखी उत्सुकता
मोराबादी में लगे मेले में अंतिम दिन लोगों का झुकाव फैशन ब्रांड पर ज्यादा था. लोग ट्रेडिशनल के साथ साथ मॉडर्न परिधानों के बारे में जानकारी लेते दिखाई दिया और बड़ी संख्या में लोगों ने खरीदारी की. मेला घूमने आए रामचंद्र ने बताया कि इस मेले का इंतजार हमें हर साल दिवाली के समय रहता है और पर्व के पहले ही और ठीक समय पर हम खरीदारी कर सके हैं. इस तरह के आयोजन होने से बच्चों को भी मिला घूमने का अवसर मिलता है.
सेल्फी प्वाइंट और ग्रामीण परिवेश
मेले में सबसे ज्यादा आकर्षक सेल्फी प्वाइंट था और गांव का परिवेश. वहां सबसे ज्यादा लोगों की भीड़ थी और मोबाइल से जमकर लोगों ने फोटोग्राफी की। वहां खूबसूरत अंदाज में खाटों पर बैठकर लोग फोटो खिंचवा रहे थे. वहीं फूलों से सजी बैलगाड़ी लोगों को आकर्षित कर रही थी.
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