Kasmar (Bokaro) : केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की शुरुआत गुरुवार को की. इसके साथ ही बोकारो की सहयोगिनी संस्था इस अभियान को सफल बनाने में जुट गई है. संस्था के निदेशक गौतम सागर ने कहा कि बाल विवाह हमारे सामने एक बड़ी चुनौती है. यह कुप्रथा लाखों लड़कियों की क्षमता को सीमित करती है. बाल विवाह मानवाधिकार का उल्लंघन के साथ ही गंभीर अपराध भी है. आमजनों की सहभागिता से ही इस कुप्रथा को रोका जा सकता है. गौतम सागर गरुवार को जैनामोड़ के एक होटल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अभियान की जानकारी दे रहे थे. उन्होंने कहा कि बोकारो जिले में अभी भी बाल विवाह का प्रतिशत 26.3 है, जबकि जामताड़ा जिले में सबसे अधिक 53.4 प्रतिशत बाल विवाह के मामले हैं. पूरे देश की बात करें, तो पिछले एक वर्ष में करीब दो लाख बाल विवाह रोके गए, इसके बावजूद भारत में पांच में से एक लड़की की शादी 18 वर्ष की उम्र से पहले ही हो जाती है. 2030 तक बाल विवाह दर को 5 फीसदी से नीचे लाने के लिए आम जनों को आगे आना होगा. इस अवसर पर सहयोगिनी संस्था के जिला समन्वयक सन्नी कुमार, कुमारी किरण, सूर्यमनी, विकास कुमार, रवि कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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