योगी ने कहा, राज्यसभा के सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर उनकी आवाज दबाना चाहते हैं. निष्पक्ष चुनाव कराने के कारण चुनाव आयोग और सच कहने पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति को कटघरे में खड़ा किया गया.
Lucknow : यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज रविवार को संभल मुद्दे पर विपक्षी दलों पर जमकर हल्ला बोला. सीएम योगी आज लखनऊ में आयोजित दिव्य महाकुम्भ-2025 कार्यक्रम में बोल रहे थे. कहा कि संसद में कल चर्चा संविधान की हो रही थी, लेकिन मुद्दा संभल का उठाया जा रहा था. कहा कि विपक्ष संभल का राग अलाप रहा है और इधर संभल (खग्गू दीपा सराय इलाका) में उन्ही के समय में 46 वर्ष पहले जिस मंदिर को बंद कर दिया गया था, वो सबके सामने आ गया. बंद पड़े इस मंदिर को लेकर कहा कि विपक्षी दल संसद में संभल का रोना रो रहे हैं, लेकिन उनके समय में नरसंहार करने वाले दरिंदों को सजा क्यों नहीं मिली. योगी ने कहा कि आखिर प्राचीन मूर्ति रातों-रात तो आयी नहीं है.
संभल में इतना प्राचीन मंदिर क्या रातों-रात प्रशासन ने बना दिया?
क्या वहां बजरंगबली की इतनी प्राचीन मूर्ति रातों-रात आ गई?उन दरिंदों को आज तक सजा क्यों नहीं मिली, जिन्होंने 46 वर्ष पहले संभल में नरसंहार किया था? इस पर चर्चा क्यों नहीं होती है? pic.twitter.com/SKA0LFZdAX
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 15, 2024
#WATCH | Uttar Pradesh: Morning aarti being performed at the Hanuman Temple which was discovered in Sambhal during an anti-encroachment drive carried out by district police and administration, yesterday. pic.twitter.com/QUBwGb3sNc
— ANI (@ANI) December 15, 2024
काशी विश्वनाथ और अयोध्या के राम मंदिर की भव्यता से विपक्ष को परेशानी है
योगी ने पूछा कि प्रशासन ने क्या संभल में प्राचीन मंदिर रातोंरात बना दिया? क्या वहां बजरंग बली की इतनी प्राचीन मूर्ति रातों-रात आ गयी? वहां पर जो ज्योर्तिलिंग निकला है, ये आस्था नहीं थी क्या? सीएम ने आगे कहा कि उन दरिंदों को आज तक सजा क्यों नहीं मिली जिन्होंने 46 वर्ष पहले संभल में नरसंहार किया था? क्यों नहीं चर्चा होती? क्या कसूर था उनका? योगी ने यहां अयोध्या में विकास कार्यों का जिक्र किया. कहा कि आम जनता और श्रद्धालु खुश हैं. लेकिन देश के संविधान का गला घोटकर चोरी से सेक्युलर शब्द जोड़ने वाले लोग अपने घर में शोक मना रहे हैं. उन्हें कहा कि काशी विश्वनाथ और अयोध्या के राम मंदिर की भव्यता से उन्हें परेशानी है.
प्रयागराज महाकुम्भ 45 दिन (13 जनवरी से 26 फरवरी) तक चलेगा
महाकुंभ 2025 को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ 45 दिन (13 जनवरी से 26 फरवरी) तक चलेगा. इसमें 40 करोड़ श्रद्धालु शामिल होंगे, लेकिन हम तैयारी 100 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए कर रहे हैं. बताया कि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर मुख्य मुहूर्त में प्रयागराज में छह करोड़ श्रद्धालु स्नान करेंगेय 12 किमी के घाट तैयार किए जा रहे हैं. 10 हजार एकड़ क्षेत्रफल में कुम्भ का विस्तार किया गया है. यहां चार धाम के दर्शन किये जा सकेंगे. श्रद्धालु द्वादश ज्योतिर्लिंग व अन्य प्रमुख ज्योतिर्लिंग के भी दर्शन कर सकेंगे.
वे डिस्कवरी ऑफ इंडिया को भारत का सबसे प्राचीन ग्रंथ मानते हैं
सीएम ने कांग्रेसियों व विपक्षी दलों पर हल्ला बोलते हुए कहा, वे लोग भारत का ठेका लेकर घूमते हैं, डिस्कवरी ऑफ इंडिया को भारत का सबसे प्राचीन ग्रंथ मानते हैं. कहा कि 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने श्रीराम जन्मभूमि से संबंधित फैसला दिया, जिससे विवाद सर्वदा समाप्त हो गया, पर वे लोग आज भी जज को धमकी देते हैं. यह वही लोग हैं, जो संविधान के नाम पर पाखंड कर रहे हैं. योगी ने कहा, राज्यसभा के सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर उनकी आवाज दबाना चाहते हैं. निष्पक्ष चुनाव कराने के कारण चुनाव आयोग और सच कहने पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति को कटघरे में खड़ा किया गया.