Ranchi: चैंबर की इंपोर्ट एक्सपोर्ट उप समिति की बैठक बुधवार को चैंबर भवन में हुई. जिसमें बताया गया कि झारखंड से कृषि उत्पादों के निर्यात की संभावनाओं को देखते हुए चैंबर ने प्रदेश में एक्सपोर्ट हाउस, पैक हाउस, इंस्पेक्शन हाउस और क्वालिटी कंट्रोल यूनिट लेबोरेटरी की स्थापना के साथ रांची में एयर कारगो की सुविधा में बढोत्तरी को जरूरी बताया.
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प्रदेश से कृषि उत्पादों के निर्यात की अपार संभावनाएं
बैठक में कहा गया कि प्रदेश से कृषि उत्पादों के निर्यात की अपार संभावनाएं हैं. जिसके तहत माइनर फॉरेस्ट प्रोड्यूस जैसे इमली, महुआ के अलावा सब्जियों जैसे फूलगोभी, पत्तागोभी, गाजर, बिंस, मटर, टमाटर आदि का निर्यात भारी मात्रा में किया जा सकता है. उप समिति चेयरमेन एसके अग्रवाल ने कहा कि झारखंड से ताजी सब्जियां निर्यात करने में फिलहाल परेशानी है. क्योंकि यहां पर पास में कोई बंदरगाह नहीं है. यहां से फ्रेश सब्जी निर्यात करने से कृषकों की आमदनी बढ़ाई जा सकती है. इसके लिए झारखंड में इरैडिशन की जरुरत होगी, साथ में मॉर्डन वेयरहाउस, मॉर्डन कोल्ड स्टोरेज यूनिट की भी जरुरत है, जिसकी विभागीय स्तर पर समीक्षा जरूरी है.
कहा गया कि झारखंड से एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा मैनेजिंग डायरेक्टर, एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड को नोडल अफसर के रूप में (एफेडा) नियुक्त किया गया है. आवश्यक है कि नोडल अफसर द्वारा कृषि विभाग, कृषि विश्वविद्यालय, केंद्र सरकार के आईसीएआर पलांडु के पदाधिकारियों के साथ-साथ उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ संयुक्त बैठक कर, एक्सपोर्ट की संभावनाओं को गति देने की पहल की जाए. चैंबर अध्यक्ष परेश गट्टानी ने इस मामले में विभागीय उच्चाधिकारियों से वार्ता की बात कही. मौके पर चैंबर अध्यक्ष परेश गट्टानी, उपाध्यक्ष राहुल साबू, ज्योति कुमारी, कोषाध्यक्ष रोहित अग्रवाल, उप समिति चेयरमेन एसके अग्रवाल, सदस्य मनीष पियूष, सीए जेपी शर्मा, प्रेमशंकर मिश्रा, विवेक सिंघानिया, आदित्य कुमार के अन्य सदस्य उपस्थित थे.
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