सौरभ शुक्ला
Ranchi: बिना लेबल के सैनिटाइजर बेचने के मामले को लेकर रिम्स स्थित दवाई दोस्त को कोरोना संक्रमण के बढ़ते दौर के दौरान अप्रैल माह में सील कर दिया गया था. यह कार्रवाई ड्रग कंट्रोल विभाग के द्वारा किया गया था. इस दौरान ड्रग कंट्रोल विभाग की ड्रग इंस्पेक्टर प्रतिभा झा समेत विभाग के कई अधिकारी भी मौजूद थे. जांच के दौरान यह पाया गया था दवाई दोस्त के द्वारा बगैर लेवल के ही जार से सैनिटाइजर के बोतल को भर कर बेचा जा रहा हैं. इसके अलावा जांच के दौरान कई अन्य खामियां भी पाई गई थी. खामियों को देखते हुए ड्रग कंट्रोल विभाग ने दवाई दोस्त के दुकान को सील कर दिया था.
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सील किए गए ताले को खोलने का प्रयास
इधर दवाई दोस्त के सील किए गए दुकान के ताले को खोलने का प्रयास किया गया. दुकान के मेन गेट पर लगे सील ताले का कपड़ा पूरी तरह से फट चुका हैं. इस विषय की जानकारी के लिए हमने रिम्स स्थित दवाई दोस्त के कर्मचारियों से जब जानना चाहा तो उन्होंने इसकी जानकारी नहीं होने की बात कही.
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दवाई दोस्त काउंटर पर नहीं हो रहा है सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
रिम्स स्थित दवाई दोस्त के काउंटर पर दर्जनों लोग दवा की खरीदारी के लिए खड़े हैं. लोगों में अपनी बारी का इंतजार और जल्दी दवा खरीदने को लेकर आपाधापी मची हुई है. इस दौरान लोगों में सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर कोई फिक्र नहीं दिख रहा है. वही इस विषय की जानकारी हमने दवाई दोस्त के कर्मचारी से लेना चाहा तो उन्होंने कहा कि लोगों को कतार बद्ध तरीके से खड़ा कराने के लिए गार्ड को तैनात किया गया है, लेकिन यह तस्वीर बयां कर रही है कि कैसे कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में भी दवाई दोस्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करवा रहा है.
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रिम्स की संपति पिछले पांच माह से बंद
पांच महीने से भी अधिक समय से रिम्स कि यह संपत्ति ड्रग कंट्रोल विभाग के द्वारा सील किए जाने से बंद है. इस विषय पर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि लगातार डॉट. इन के माध्यम से यह जानकारी मिली है. इस विषय पर संज्ञान लेकर रिम्स निदेशक से बात करूंगा.
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