Ranchi : झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू ने पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी पर चिंता जतायी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार गठन के बाद केंद्र सरकार अब तक पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी से 17.79 लाख करोड़ रुपये की कमाई कर चुकी है. अब भी केंद्र सरकार गरीबों और किसानों को राहत देने के बजाय प्रति लीटर करीब 32 रुपये टैक्स वसूल रही है.
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प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि आज पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान पर हैं. वर्ष 2020 में तेल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर भाजपा सरकार लगभग 3 लाख करोड़ रुपये अतिरिक्त राजस्व कमा चुकी है, लेकिन ये पैसे लोगों को राहत न देकर कहीं और चले जाते हैं. उन्होंने बताया कि इसमें से 20 हजार करोड़ रुपये संसद कॉरिडोर, 16 हजार करोड़ रुपये प्रधानमंत्री के लिए जहाज और विज्ञापन पर रोजाना दो करोड़ रुपये खर्च हो रहा है. जबकि एक आंकड़े के अनुसार वर्ष 2014-15 में पेट्रोल-डीजल से केंद्र सरकार की कमाई 1.71लाख करोड़, वर्ष 2015-16 में 2.54 लाख करोड़, वर्ष 2016-17 में 3.35 लाख करोड़, वर्ष 2017-18 में 3.36 लाख करोड़, 2018-19 में 3.48 लाख और 2019-20 में 3.34 लाख करोड़ रुपये की कमाई कर चुकी है.
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प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि एक ओर पेट्रोलियम पदार्थां की कीमत में बढ़ोत्तरी से देश की जनता परेशान है, वहीं किसान विरोधी कानून को लेकर देशव्यापी आंदोलन के दौरान भी चुपके से पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा कीमतों में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा नेता भले ही यह दावा कर रहे हैं कि इस किसान आंदोलन के पीछे बिचौलियों की बड़ी भूमिका है, लेकिन सच्चाई यह है कि केंद्र सरकार के निर्णय के पीछे ही पूंजीपतियों और बिचौलियों की बड़ी भूमिका है, जिससे देश के 62 करोड़ किसान पर ही नहीं, बल्कि देश की 125 करोड़ आबादी को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
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प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की मांग पूरा करने की बजाय, आंदोलन में ही फूट डालने की कोशिश में जुटी है. यह लड़ाई सिर्फ किसान हित से नहीं जुड़ी है, बल्कि लोगों की जिंदगी और जीविका की लड़ाई है, जिसमें हर भारतीय का समर्थन मिल रहा है।
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