Adityapur (Sanjeev mehta) : आदित्यपुर में 29 जून की रात हुई पूर्व विधायक अरविंद सिंह के साले और व्यवसायी कन्हैया सिंह की हत्या का खुलासा शुक्रवार को एसपी आनंद प्रकाश और एसआईटी टीम के अध्यक्ष हरविंदर सिंह ने कर दिय है. प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि कन्हैया सिंह की हत्या प्रेम में अड़चन और राजवीर सिंह के परिवार को प्रताड़ित कर आदित्यपुर से भगाने का परिणाम है. दोनों घटनाओं से राजवीर आक्रोश में था. इसके लिए राजवीर ने अपनी प्रेमिका अपर्णा और दोस्त निखिल गुप्ता का सहारा लेकर घटना को अंजाम दिया. एसपी ने बताया कि कन्हैया सिंह की हत्या का सूत्रधारों उनकी बेटी ही थी. वह पल-पल की जानकारी और लोकेशन हत्यारों को दे रही थी.
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पटना में 20 जून ही देना था घटना को अंजाम
पुलिस का कहना है कि कन्हैया सिंह की हत्या 20 जून को ही पटना में करने की योजना थी. इसके लिये शूटर कार से पटना पहुंचा था. मौका नहीं मिला. 20 जून की रात राजवीर अपने साथ शूटर निखिल गुप्ता और कांग्रेस जिलाध्यक्ष छोटेराय किस्कू का पुत्र सौरभ किस्कू को लेकर पटना गया था. उस दिन कन्हैया सिंह पटना में मौजूद थे. इसका लोकेशन भी अपर्णा सिंह दी थी. पटना में निखिल को देशी कट्टा सौरभ किस्कू ही उपलब्ध कराया था. सौरभ ने साढ़े 8 हजार रुपए में देशी कट्टा और एक गोली उपलब्ध कराया था. हत्याकांड में पुलिस ने अबतक राजवीर सिंह, अपर्णा सिंह, शूटर निखिल गुप्ता और सौरभ किस्कू शामिल हैं. दो आरोपी छोटू दिग्गी और रवि सरदार अभी फरार है. पुलिस ने शूटर निखिल के कपड़े, जूते, देशी कट्टा, एक खोखा और 4 मोबाइल भी जब्त किया है.
5 साल पुरानी है प्रेम कहानी
राजवीर और अपर्णा की प्रेम कहानी पांच साल पुरानी है. जब डीएवी एनआईटी में राजवीर 10वीं और अपर्णा 8वीं में पढ़ती थी. तब राजवीर का पूरा परिवार मांझी टोला में रहता था. कन्हैया सिंह को इस बात का पता चला तो उसने राजवीर ही नहीं उसके पूरे परिवार के साथ कन्हैया सिंह ने मारपीट की थी. अंततः राजवीर सिंह के परिवार को पैतृक घर बेचकर मानगो में किराए के मकान में रहने की नौबत आ गई थी.
4 हजार नगद और हीरे की अंगूठी मिली थी सुपारी
कन्हैया सिंह की हत्या के लिये निखिल गुप्ता को नकद 4 हजार रुपये और एक हीरे की अंगूठी दी गयी थी. जबकि कुछ और पैसे हत्या के बाद देनी थी. हत्या करने के बाद निखिल साढ़े 11 बजे रात को मानगो डिमना जाकर पैसे की मांग भी की थी, लेकिन उस समय राजवीर सिंह ने पैसे नहीं दिए थे.
पुलिस अधिकारी होंगे पुरस्कृत
एसपी ने इस घटना के उद्भेदन करने वाले सभी पुलिस अधिकारियों को पुरस्कृत करने और स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाने की बात कही. एसपी ने कहा अंधेरे में हमने इस हत्याकांड का खुलासा किया जो कि एक चुनौती भरा रहा. ऊपर से राजनीतिक दवाब भी था. वावजूद इसके हमारी टीम ने बेहतर काम किया है.
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