सीट शेयरिंग पर जिच बरकरार, नहीं बन रही बात, शिव कृपा पर भरोसा
Ranchi : एनडीए का घटक दल आजसू की प्रेशर पॉलिटिक्स काम नहीं आ रही है. अब आजसू को शिव कृपा पर ही भरोसा है. अगर झारखंड भाजपा के विधानसभा प्रभारी शिवराज सिंह चौहान की कृपा रही, तो सीट शेयरिंग पर बात बन सकती है. फिलहाल आजसू ईचागढ़, गांडेय, चंदनकियारी, पाकुड़ और लोहरदगा सीट पर पर भी दावेदारी ठोक रही है. शेष सिल्ली, गोमिया, रामगढ़, बड़कागांव, तमाड़ और मांडू पर पिक्चर क्लीयर है. आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो इस मसले पर दिल्ली में बीजेपी के कई आला नेताओं से मुलाकात भी कर चुके हैं. राजनीतिक हलकों में जो चर्चा है, उस हिसाब से बीजेपी आजसू को छह से सात सीट देने को राजी है. पर आजसू राज्य में कम से कम एक दर्जन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है.
जयराम की पार्टी आजसू के लिए परेशानी का सबब
राजनीति के गलियारों में इस बात की चर्चा हो रही है कि जयराम की पार्टी विधानसभा चुनाव में आजसू के लिए परेशानी का सबब बन सकती है. वहीं दूसरी ओर बीजेपी हर हाल में जीत हासिल कर सत्ता में वापसी करना चाहती है. इसलिए बीजेपी जीत के लिए हर संभावनाओं को तलाशने में जुटी है और इंडिया अलायंस को पराजित करने की रणनीति तैयार की जा रही है. चर्चा यह भी है कि बीजेपी के कई नेता सरयू राय और जयराम महतो का भी नब्ज टटोलने में लगे हैं. इससे आजसू भी फूंक-फूंक कदम रख रही है.
आजसू का भाजपा से गंभीरता से विचार करने का आग्रह
जिन सीटों पर जिच कायम है, उस पर आजसू ने बीजेपी से गंभीरता से विचार करने का आग्रह किया है. बात करें लोहरदगा सीट की तो पहले आजसू ने वहां से जीत हासिल की थी. चंदनक्यारी से भी आजसू जीत हासिल कर चुका है. लेकिन 2014 के बाद से चंदनकयारी का सीट भाजपा का सीटिंग सीट है, जो नहीं छोड़ेगी. वहीं, ईंचागढ़ सीट पर भाजपा ने कहा है कि आजसू कभी नहीं जीती है और भाजपा के विधायक वहां से कई बार जीत चुके हैं. भाजपा को लोकसभा चुनावों में भी काफी बढ़त मिली है. इस कारण अभी ईंचागढ़ सीट आजसू को नहीं दी जा सकती.
सरयू राय बना रहे तीसरा कोण
झारखंड की राजनीति में सरयू राय भी तीसरा कोण बना रहे हैं. जो कहीं न कहीं आजसू के लिए परेशानी खड़ा कर सकता है. जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट से तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को पराजित कर सरयू राय ने सभी को चौंका दिया था. इस बार सरयू राय की पार्टी भारत जन मोर्चा जदयू के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहती है. नीतीश कुमार से सरयू राय की हाल के दिनों में दो बार मुलाकात हो चुकी है. नीतीश कुमार भी बीजेपी के साथ गठबंधन कर झारखंड में आठ से दस सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं.