दुनिया की सबसे बड़ी ई कॉमर्स कंपनियों में से एक अलीबाबा समूह के मालिक और चीन के तीसरे सबसे बड़े अमीर जैक मा दो महीने से लापता हैं. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ विवाद के बाद चीन में तकनीक की दुनिया पर राज करने वाले जैक मा पिछले दो माह से नहीं दिखे हैं. जैक मा ने पिछले साल अक्टूवबर में चीन के ‘सूदखोर’ वित्तींय नियामकों और सरकारी बैंकों की शंघाई में दिये भाषण में तीखी आलोचना की थी.
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सिस्टम में बदलाव की बात की थी
दुनियाभर में करोड़ों लोगों के आदर्श जैक मा ने आह्वान किया था कि ‘बिजनेस में नयी चीजें शुरू करने के प्रयास को दबाने’ का प्रयास करनेवाले ऐसे सिस्टम में बदलाव किया जाये. उन्होंने वैश्विक बैंकिंग नियमों को ‘बुजुर्गों लोगों का क्लब’ करार दिया था. इस भाषण से चीन की सत्तांरूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी बुरी तरह भड़क उठी थी. जैक की आलोचना को कम्युनिस्टि पार्टी पर हमले के रूप में लिया गया. जैक मा के व्यापार के खिलाफ असाधारण प्रतिबंध लगाया जाना शुरू कर दिया गया.
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चीनी राष्ट्रापति शी जिनपिंग के आदेश पर हुआ एक्शन
नवंबर 2019 में चीनी अधिकारियों ने जैक मा के एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर के आईपीओ को निलंबित कर दिया. वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक आईपीओ को रद्द करने का आदेश चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ओर से आया था. इसके बाद क्रिसमस की पूर्व संध्या पर जैक मा से कहा गया कि वह तब तक चीन से बाहर न जायें, जब तक कि उनके अलीबाबा ग्रुप के खिलाफ चल रही जांच पूरी नहीं हो जाती है.
कई कार्यक्रमों से ऐन वक्त पर हटा नाम
डेली मेल के मुताबिक जैक मा बीते दो महीनों में कई कार्यक्रमों में शरीक होने वाले थे, लेकिन ऐसे वक्त पर उनका नाम सूची से हटाया गया. नवंबर में मशहूर शो ‘अफ्रीका के बिजनेस हीरोज’ के एपिसोड से भी रहस्यमय तरीके से उनका नाम और शो के पोस्टर से उनकी तस्वीर हटा दी गयी. बता दें कि इस शो को प्रोड्यूस करने वाली कंपनी जैक मा की ही है. अलीबाबा समूह के प्रवक्ता ने कहा कि जैक मा शिड्यूल के विवाद के कारण अब जजों के पैनल के हिस्सा नहीं हैं. हालांकि, इस शो के फाइनल से कई सप्ताह पहले ही जैक मा ने ट्वीट किया था कि वह सभी प्रतिभागियों से मुलाकात की प्रतीक्षा नहीं कर सकते हैं. इसके बाद से उनके तीन ट्विटर अकाउंट से कोई भी पोस्ट नहीं किया गया है.
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जैक मा से पहले भी कई लोगों पर कार्रवाई हुई है
जैक मा पहले इंसान नहीं हैं, जो चीन में आवाज को दबाये जाने के लिए कार्रवाई की दायरे में आये हैं. इससे पहले शी जिनपिंग की आलोचना करने वाले प्रॉपर्टी बिजनसमैन रेन झिकियांग लापता हो गये थे. उन्होंने कोरोना को सही से नहीं निपटने के लिए शी जिनपिंग को मसखरा बताया था.
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