Dhanbad: जिला प्रशासन की बार बार अपील के बावजूद अयोग्य राशन कार्डधारियों बनाने वालों पर कोई असर नहीं पड़ा. जिले में विगत 28 दिनों से चल रहे आपके अधिकार, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में अयोग्य राशन कार्डधारी बहुत कम संख्या में पहुंचच रहे हैं.
एक हजार भी नहीं पहुंचा आंकड़ा
सरकारी आकड़ों की मानें तो अभी तक अयोग्य राशन कार्ड धारियों का आंकड़ा हजार भी नहीं पार कर सका है. प्रतिदिन 7 से 8 लोग ही शिविरों में कार्ड सरेंडर करने पहुंच रहे हैं. जिला खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी भोगेन्द्र ठाकुर ने बताया कि फर्जी तरीके से राशन कार्ड बनाने वालों के पास 28 दिसंबर तक का समय है. सरकार के आदेश पर उन्हें भरपूर मौका दिया जा रहा है.
शुरू होगी घर-घर छापेमारी
अभी तक राशन कार्ड सरेंडर करने वालों से किसी तरह का जुर्माना नहीं लिया जा रहा है. इसके बाद भी जितनी उम्मीद थी, उसके मुताबिक लोग शिविर में नहीं पहुंच रहे हैं. आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम की समाप्ति के बाद घर घर छपामारी अभियान शुरू किया जाएगा.
फर्जी कार्ड वालों पर होगी एफआईआर
जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने बताया कि शिविर की समाप्ति के बाद कार्यपालक पदाधिकारी की नियुक्ति दंडाधिकारी के रूप में होगी. इसके अलावा विशेष टीम का गठन कर छापामारी अभियान शुरू किया जाएगा. राशन कार्ड की जांच में अयोग्य पाये जाने पर 12 प्रतिशत चक्र वृद्धि ब्याज की दर से राशि वसूल की जाएगी. अयोग्य लाभुकों ने जितने दिनों तक राशन राशन उठाया है, उस दिन से बाजार मूल्य के अनुसार अनाज का मूल्यांकन किया जाएगा. साथ ही ऐसे लाभुक के खिलाफ स्थानीय थाना में एफआईआर भी होगी.
नये राशन कार्ड के लिए 30,545 आवेदन
जिलाआपूर्ति खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी ने बताया कि अभी तक 42 हजार फर्जी राशन कार्ड को डिलीट किया जा चुका है. ये वैसे लोग थे, जिन्होंने आधार कार्ड से अपने परिवार के कई लोगों का अलग अलग राशन कार्ड बनाने का काम किया था. इसके अलावा कई ऐसे भी लोग शामिल थे, जो कार्ड से लंबे समय से कार्ड से राशन नहीं उठा रहे थे.
19792 मामलों का हो चुका निष्पादन
उन्होंने बताया कि अभी तक शिविर के माध्यम से नए राशन कार्ड के लिये 30,545 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें 19792 मामलों को डिस्पोजल किया जा चुका है. 300 आवेदन को रिजेक्ट किया गया है. 10415 राशन कार्ड का काम अंडर प्रोसेस है. यह एक सतत प्रक्रिया है. पूरी जांच पड़ताल के बाद ही नया राशन कार्ड बनाने का काम किया जा रहा है.
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