Jammu/kashmir : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि अनुच्छेद 370 हटने से 70 साल के बाद जम्मू कश्मीर की माताओं-बहनों को अधिकार मिला है. आरोप लगाया कि नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस पार्टी उनसे ये अधिकार छीनना चाहती है. किसी भी कीमत पर धारा 370 वापस नहीं आयेगी. लोगों को गुमराह किया जा रहा है.
“Till there is no peace, no talks with Pakistan,”says Home Minister Amit Shah, slams NC-Congress manifesto
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— ANI Digital (@ani_digital) September 7, 2024
#WATCH | Jammu: Union Home Minister Amit Shah says, “…They want to release those who are involved in stone-pelting and terrorism. Their aim is to release them and bring terrorism to our Jammu, Poonch, Rajouri where there is peace. Tell me will you allow terrorism to come to… pic.twitter.com/OUAZvCd01u
— ANI (@ANI) September 7, 2024
जब तक शांति नहीं होगी, पाकिस्तान से कोई बात नहीं होगी
यह भी कहा कि नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस पार्टी पत्थरबाजी व आतंकवाद में लिप्त लोगों को जेल से छोड़ना चाहती है. वह चाहती है कि जम्मू, पुंछ, राजौरी जैसे क्षेत्रों में जहां शांति है, वहां फिर से आतंकवाद का बोलबाला हो. पूछा कि क्या आप इन क्षत्रों में आतंकवाद को फिर से आने दोगे? राहुल गांधी पर हमलावर होते हुए कहा. मैं एक बात कहना चाहता हूं कि आप कितना भी जोर लगा लो, गुर्जर, बकरवाल पहाड़ियों और दलितों के आरक्षण को हम हाथ नहीं लगाने देंगे. पाकिस्तान के संदर्भ में कहा कि जब तक शांति नहीं होगी, उनसे कोई बात नहीं होगी.
घर-घर जाकर नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस के विभाजनकारी एजेंडे के प्रति जागरूक किया
श्री शाह ने कहा हमने घर-घर जाकर इनके (नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस) विभाजनकारी एजेंडे के प्रति लोगों को जागरूक किया है. पूर्व में संवाददाता सम्मेलन कर नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस के विभाजनकारी एजेंडे को उजागर कर चुका हूं. लेकिन आज मैं आप सब के सामने आया हूं, क्योंकि मैं मीडिया से ज्यादा भरोसा आप पर करता हूं क्योंकि मैं भी आपकी जमात वाला हूं, मैं भी बूथ अध्यक्ष रहा हूं.
पहले चरण की वोटिंग 18 सितंबर को होगी
अमित शाह ने कहा, संयोगवश भाजपा की पहली चुनावी रैली गणेश चतुर्थी के दिन शुरू हो रही है यहां का चुनाव ऐतिहासिक चुनाव हैं. कहा कि देश की आजादी के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के मतदाता तिरंगे के नीचे अपना वोट डालेंगे. जान लें कि जम्मू-कश्मीर में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में वोट डाले जायेंगे. पहले चरण की वोटिंग 18 सितंबर को, अन्य दो चरणों में 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा. मतगणना 8 अक्टूबर को होगी.