Jharkhand News - Be Positive… झारखंड में अब तक ठीक हुए 1.31 लाख कोरोना मरीज, 2nd Wave में भी स्थिति काफी बेहतर

Akshay/Saurav

Ranchi: माना झारखंड में कोरोना ने विकराल रूप धारण कर लिया है. लगातार कोरोना से मौत की खबरें आ रही हैं. स्वास्थ्य विभाग और पूरे प्रशासन की तैयारी कोरोना के सामने घुंटने टेक रहे है. स्वास्थ्य मंत्री जहां निरीक्षण करते हैं, वहीं बेड ना मिलने की वजह से बुजुर्ग की मौत हो जाती है. झारखंड के नेता कोरोना से ज्यादा मधुपुर चुनाव पर फोकस हैं. अस्पताल से लेकर श्मशान तक शव अटे पड़े हैं. सड़क पर एंबुलेंस के सायरन की आवाज जैसे यमराज का संदेश सुना रहे हो.

 डर का माहौल ऐसा है कि हम कोई सकारात्मक चीज सोच ही नहीं पा रहे हैं.  लेकिन ऐसा नहीं है. अगर कोरोना ने हमसे जिंदगी छीनी है, तो हम भी कोरोना को मात देने में कतई पीछे नहीं है. हमने भी कोरोना को पटका है, और ऐसे ही सकारात्मक सोच से कोरोना के सेकेंड वेभ को भी पछाड़ेंगे.

सेकेंड वेभ के 45 दिनों में ठीक हुए 12329 मरीज

झारखंड में कोरोना का पहला मरीज 30 मार्च 2020 को मिला. विभाग की तरफ से उसी दिन से आंकड़े तैयार किए जाने लगे. 30 मार्च 2020 से 14 अपैल 2021 तक झारखंड में 1,55115 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले. अभी भी राज्य में करीब 23,045 एक्टिव मरीज हैं. लेकिन इन सबके बीच 30 मार्च 2020 से लेकर आज तक राज्य में 1,30694 मरीजों ने कोरोना से लड़ते हुए उसे मात दी है. सेकेंड वेभ यानी एक मार्च 2021 से 16 अप्रैल 2021 तक की बात करें तो 12,329 मरीजों ने कोरोना को हराया और आज स्वस्थ्य है.

सेकेंड वेभ में हर रोज जा रही छह लोगों की जान

जैसी झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था है, उसके मुकाबले लोगों की इच्छा शक्ति कोरोना से लड़ने में लोगों का साथ दे रही है. जिस तरह का स्ट्रैन इस बार झारखंड में फैला है, उसके मुकाबले मौत के आंकड़े सामान्य हैं. सेकेंड वेभ में कोरोना से 286 लोगों की मौत राज्य भर में हुई है. यानी हर रोज करीब छह लोगों की मौत हो रही है. पिछले एक साल में कोरोना से सबसे ज्यादा मौत 51-70 उम्र वाले मरीजों की हुई है. इनकी संख्या 647 है. 70 से ऊपर वालों की संख्य़ा 318 है. 31-50 उम्र वालों की संख्या 242 और 11-30 उम्र वालों की संख्या 50 है. राज्य में कोरोना से आज तक की सबसे ज्यादा मौत 16 अप्रैल 2021 को हुई है. कोरोना से राज्य में कुल मरने वालों की संख्या अब तक 1376 है.