Indianapolis : अमेरिका के इंडियानापोलिस हवाईअड्डे के पास फेडेक्स केंद्र के बाहर देर रात हुई गोलीबारी में एक बंदूकधारी ने आठ लोगों की हत्या कर दी और कई लोगों को घायल कर दिया. खबरों के अनुसार मारे गये लोगों में 4 सिख समुदाय के लोग शामिल हैं. पुलिस ने जानकारी दी कि बाद में हमलावर ने खुद को गोली मार ली
सामूहिक गोलीबारी की यह ताजा घटना है
कोविड महामारी के दौरान कुछ हद तक शांत रहने के बाद अमेरिका में बड़े पैमाने पर होने वाली सामूहिक गोलीबारी की यह ताजा घटना है. भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस घटना पर दुख जताया है. कहा कि मारे गये लोगों में सिख समुदाय के लोग शामिल हैं. उन्होंने कहा कि शिकागो में स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास सभी के साथ संपर्क में है. सभी पीडितों को हरसंभव सहायता दी जायेगी.
मारे गये लोगों में तीन महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं
पुलिस के अनुसार सिख समुदाय के जो 4 लोग गोलीबारी में मारे गये हैं. इनमें तीन महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं. स्थानीय बिजनसमैन गुरिंदर सिंह खालसा के अनुसार मारे गये भारतीयों की पहचान नहीं हो पायी है, लेकिन भारतीय मूल की एक लॉ स्टूडेंट ने बताया कि उनकी दादी अमरजीत कौर जोहल इस गोलीबारी में मारी गयी हैं।
मैंने एक व्यक्ति को अपने हाथ में राइफल लेकर आते देखा
जानकारी के अनुसार गुरुवार देर रात हुई गोलीबारी के बाद पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस प्रवक्ता जेनी कुक के अनुसार इनमें से एक की हालत गंभीर है. लेवी मिलर ने डब्ल्यूटीएचआर टीवी को बताया, मैंने एक व्यक्ति को अपने हाथ में राइफल लेकर आते देखा और उसने कुछ बोलते हुए फायरिंग शुरू कर दी. उन्होंने कहा,
मैं छिपकर बैठ गया ताकि वह मुझे देख न पायें. क्योंकि मुझे लगा कि अगर वह देख लेगा तो मुझे गोली मार देगा. बता दें कि पिछले महीने आठ लोगों को अटलांटा इलाके के मसाज केंद्रों पर गोली मारी गयी थी और 10 लोगों की मौत कोलोराडो के सुपरमार्केट में हुई गोलीबारी में हुई थी.
20 अप्रैल तक झंडों को आधा झुकाने का आदेश
इंडियानापोलिस पुलिस के क्रेग मैककार्ट ने शुक्रवार को कहा कि अधिकारियों को अब भी बहुत कम जानकारी है. एफबीआई की इंडियानापोलिस कार्यालय के प्रवक्ता क्रिस बावेंडर ने कहा कि वे जांच में पुलिस की मदद कर रहे हैं. कुछ कर्मचारियों के परिवार के लोग पास के होटल पर एकत्र होकर उनके बारे में जानने के लिए घंटों खड़े रहे जबकि कुछ के रिश्तेदारों का कहना था कि उन्हें कई घंटों तक अपने प्रियजनों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली.
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