धनबाद में कांग्रेस पार्टी ने मनायी भीमराव अंबेडकर की 130वीं जयंती

Dhanbad : भारत रत्न एवं संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव">https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AD%E0%A5%80%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B5_%E0%A4%86%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%AC%E0%A5%87%E0%A4%A1%E0%A4%95%E0%A4%B0">भीमराव

अंबेडकर की 130वीं जयंती आज पूरे देश में मनायी गयी. धनबाद के DRM चौक पर भी बाबा साहेब के प्रतिमा पर श्रद्धांजलि दी. इसमें कांग्रेस पार्टी के सदस्य सहित जिला अध्यक्ष बिजेंद्र प्रसाद सिंह शामिल थे. कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने जिला प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए बाबा साहब की जंयती मनायी. कांग्रेस पार्टी के सभी सदस्यों ने अंबेडकर के प्रति अपार श्रद्धा प्रकट की.

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कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण नहीं निकाला गया जुलूस

धनबाद जिला कांग्रेस के अध्यक्ष बिजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि बाबा साहेब संविधान निर्माता थे. बाबा साहेब दबे कुचले लोगों की आवाज थे. हर साल जयंती पर जुलूस निकाला जाता था. लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इस साल जुलूस नहीं निकाला गया.

संविधान बनाने में अंबेडकर की रही महत्वपूर्ण भूमिका

कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष ने कहा कि डॉ आंबेडकर से हम सभी को सीख लेनी चाहिए. संविधान बनाने में बाबा साहेब का महत्वपूर्ण योगदान रहा. उन्हीं के रहमों कदम पर भारत के हर नागरिक को चलना चाहिए. बाबा साहेब आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन वे देश को एक सूत्र में बांधकर गये हैं.

डॉ अंबेडकर अर्थशास्त्री और समाजसुधारक भी थे

डॉ अंबेडकर नाम से लोकप्रिय, भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाजसुधारक थे. उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया. उन्होंने दलितों से सामाजिक भेदभाव के खिलाफ अभियान चलाया था. अंबेडकर ने श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन भी किया था. वे स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मंत्री, भारतीय संविधान के जनक और भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे.