आरटीई नामांकन 2025:  रांची के 43 निजी स्कूलों में अब तक नहीं हुआ एक भी दाखिला

Ranchi :  शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए 'राइट टू एजुकेशन' (RTE) अधिनियम के अंतर्गत निर्धन और वंचित वर्ग के बच्चों को निजी विद्यालयों में निःशुल्क शिक्षा प्रदान करने की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने जिले के सभी निजी स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे 7 जुलाई 2025 तक आरटीई के तहत चयनित बच्चों का दाखिला अनिवार्य रूप से पूरा करें.इससे पूर्व, जिला शिक्षा अधीक्षक बादल राज द्वारा भी कई बार स्कूलों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं, बावजूद इसके कई विद्यालयों ने अब तक दाखिला प्रक्रिया पूरी नहीं की है.

 

जिले में आरटीई के तहत कुल 745 सीटें आरक्षित थीं, जिनमें से 564 बच्चों का चयन हुआ था. परंतु अब तक सिर्फ 209 बच्चों का ही दाखिला हो सका है, यानी 355 सीटें अब भी खाली हैं. जिला प्रशासन के अनुसार, कई विद्यालय समय पर नामांकन नहीं ले रहे हैं, जिसके चलते अब अंतिम चेतावनी जारी की गई है. तय समय सीमा तक दाखिला नहीं होने पर संबंधित स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन की टीम RTS पोर्टल के माध्यम से रियल टाइम डेटा की निगरानी कर रही है और लगातार स्कूलों से संपर्क बनाए हुए है.

 

 

 

 

कुछ प्रमुख स्कूलों की स्थिति इस प्रकार है:


•    दिल्ली पब्लिक स्कूल, सेल टाउनशिप: चयनित 37 बच्चों में से अब तक एक भी दाखिला नहीं. 

•    विवेकानंद विद्या मंदिर: चयनित 25 बच्चों में से शून्य दाखिला.

•    गुरु नानक स्कूल: 18 में से किसी भी बच्चे का नामांकन नहीं हुआ.

•    जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली: 60 में से 51 बच्चों का दाखिला पूर्ण, 9 सीटें शेष.

•    सेंट माइकल्स स्कूल: 10 में से 7 बच्चों का दाखिला हो चुका है.

•    सरला बिड़ला स्कूल: 5 में से 2 बच्चों का दाखिला.

•    डीएवी हेहल: 20 में से 19 बच्चों ने दाखिला ले लिया है.

•    सचिदानंद ज्ञान भारती मॉडल स्कूल: 7 में से 6 दाखिले पूर्ण.

•    होली क्रॉस स्कूल (वर्धमान कंपाउंड): 20 में से 18 बच्चों का नामांकन.

•    डॉन बॉस्को स्कूल (हेसाग, हाटिया): 12 में से 11 बच्चों का दाखिला हो चुका है.

 

जिला प्रशासन ने अभिभावकों से भी अपील की है कि जिन बच्चों का चयन आरटीई के अंतर्गत हुआ है, उनके माता-पिता संबंधित स्कूलों में जाकर समय रहते दाखिला प्रक्रिया पूर्ण करें. किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए जिला शिक्षा कार्यालय अथवा संबंधित विद्यालय से संपर्क किया जा सकता है.