18 करोड़ की जमीन 9 करोड़ में किसने खरीदी, शुभम संदेश ने किया था खुलासा
Vinit Upadhyay
Ranchi: राजधानी केसेना के कब्जेवाली जमीन की हेराफेरी का मामला तो पिछले कई सालों से चर्चा में है, लेकिन ईडी की कार्रवाई के बाद बड़गाईं अंचल के चेशायर होम रोड की एक जमीन की हेराफेरी से चर्चा में आ गयी है. इस भूखंड पर सबसे पहले पावर ब्रोकर के रूप में चर्चित प्रेम प्रकाश के करीबी पुनीत भार्गव ने करोड़ों रुपये इन्वेस्ट किया था. बाद में यह भूमि शहर के बड़े रियल स्टेट कारोबारी को बेच दी गई. रांची के चेशायर होम रोड स्थित जिस 60 कट्ठा भूखंड की डील पुनीत भार्गव ने की है, उसका खाता संख्या 37 और प्लॉट नंबर 28 है. इस जमीन का पेपर तीन लोगों के पास है. पहले दावेदार हैं उमेश गोप, जो खुद को असली मालिक बता रहे हैं. उन्होंने शुभम संदेश लगातार डाट इन को उक्त भूखंड से जुड़े कई दस्तावेज दिए हैं. उमेश गोप का दावा है कि मूल खतियान में भी उमेश गोप के पूर्वजों का ही नाम दर्ज है. दूसरा पेपर जिसके नाम पर है, वो हैं लखन सिंह, जिनके पिता हैं काली राम सिंह, इनके नाम से हुई रजिस्ट्री के दस्तावेज भी शुभम संदेश के पास मौजूद हैं.
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लखन सिंह के नाम का दस्तावेज कोलकाता के रिकार्ड रूम में मौजूद, पर संदेहास्पद
दावा किया जा रहा है कि लखन सिंह के नाम से बने दस्तावेज कोलकता के रिकॉर्ड रूम में मौजूद हैं, जो कि संदेहास्पद है. तीसरा पेपर राजेश राय के पास है, जिनके पिता जगदीश राय हैं. इन्पुहोंने ही नीत भार्गव को जमीन की रजिस्ट्री की है. पुनीत भार्गव ने जमीन खरीदने के कुछ समय बाद इसका सौदा कर यह जमीन बेच दी. जमीन की रजिस्ट्री के बाद म्यूटेशन भी करा लिया गया है. गाड़ी मौजा की जिस जमीन की खरीद-बिक्री मात्र 9 करोड़ रुपये में दिखायी गयी है, उसका मार्केट वैल्यू लगभग 18 करोड़ रुपये है यानी दोगुना. इस पूरे प्रकरण में कोर्ट के आदेश के बाद सदर थाने में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है, जिसके सूचक उमेश गोप हैं. देश के तीन राज्यों में छापेमारी के बाद ईडी अब इस जमीन में हुए इन्वेस्टमेंट, ज़मीन की डील के सूत्रधार और रांची एवं कोलकाता के पेपर के आधार पर दावा करने वाले लोगों से पूछताछ कर सकती है. मामले में पुलिस द्वारा की गई जांच पर भी ईडी की नजर है. शुभम संदेश और लगातार डॉट इन ने सबसे पहले 28 मई 2022 को इस पूरे प्रकरण को प्रमुखता से प्रकाशित किया था.
दरअसल, राजधानी रांची के बरियातू स्थित सेना के कब्जेवाली जमीन घोटाले मामले में सीआई समेत सात लोगों से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम चार दिनों तक पूछताछ करेगी. कोर्ट ने इसकी इजाजत दे दी है. ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पांच दिनों की रिमांड कोर्ट से मांगी गयी थी,लेकिन कोर्ट ने सिर्फ चार दिनों की रिमांड की ही मंजूरी दी है. उम्मीद की जा रही है कि ईडी की पूछताछ में कई अहम जानकारी सामने आ सकती हैं और कई चेहरे बेनकाब हो सकते हैं.
बता दें कि ईडी ने गुरुवार को आर्मी लैंड स्कैम मामले में कार्रवाई करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार लोगों में कारोबारी प्रदीप बागची, बड़गाईं अंचल कार्यालय के सीआई भानु प्रताप, अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान और मोहम्मद सद्दाम शामिल हैं. ईडी ने गिरफ्तार सातों आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच 14 अप्रैल शुक्रवार को कोर्ट के समक्ष पेश किया था, जहां कोर्ट ने सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.
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