NewDelhi : देश की आजादी के बाद से पहली बार ऐसी अहंकारी सरकार सत्ता में आयी है, जिसे अन्नदाताओं की पीड़ा दिखाई नहीं दे रही है. लोकतंत्र में जनभावनाओं की उपेक्षा करने वाली सरकारें और उनके नेता लंबे समय तक शासन नहीं कर सकते.
यह बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर हमलावर होते हुए रविवार को दिया. साथ ही सोनिया ने नये कृषि कानूनों को बिना शर्त तुरंत वापस लेने की मांग भी की.
बता दें कि किसानों के प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर फिर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद से पहली बार ऐसी अहंकारी’ सरकार सत्ता में आयी है, जिसे अन्नदाताओं की पीड़ा दिखाई नहीं दे रही है.
अब भी समय है कि मोदी सरकार सत्ता का अंहकार छोड़कर तत्काल बिना शर्त तीनों काले कानून वापस ले और ठंड में दम तोड़ रहे किसानों का आंदोलन समाप्त कराये, यही राजधर्म है और दिवंगत किसानों के प्रति श्रद्धांजलि भी।
कांग्रेस अध्यक्षा, श्रीमती सोनिया गांधी का वक्तव्य। pic.twitter.com/foCFMbuqXm
— Congress (@INCIndia) January 3, 2021
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केंद्र सरकार की थकाओ -भगाओ की नीति से किसान घुटने नहीं टेकेगा
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, यह तय है कि मौजूदा केंद्र सरकार की थकाओ और भगाओ की नीति के सामने आंदोलनकारी धरती पुत्र किसान घुटने नहीं टेकेंगे. मोदी सरकार सत्ता के अहंकार को छोड़कर तत्काल बिना शर्त तीनों काले कानून वापस ले और ठंड एवं बारिश में दम तोड़ रहे किसानों का आंदोलन समाप्त कराये. कहा कि यही राजधर्म है और दिवंगत किसानों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि भी.
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लोकतंत्र का अर्थ जनता व किसान-मजदूरों के हितों की रक्षा करना
कहा कि मोदी सरकार को यह याद रखना चाहिए कि लोकतंत्र का अर्थ ही जनता एवं किसान-मज़दूरों के हितों की रक्षा करना है. उन्होंने कहा, ‘हाड़ कंपा देने वाली ठंड और बारिश के बावजूद दिल्ली की सीमाओं पर अपनी मांगों के समर्थन में 39 दिनों से संघर्ष कर रहे अन्नदाताओं की हालत देखकर देशवासियों सहित मेरा मन भी बहुत व्यथित है.
उन्होंने कहा, अब तक 50 से अधिक किसान जान गंवा चुके हैं. कुछ किसानों ने तो सरकार की उपेक्षा के चलते आत्महत्या जैसा कदम भी उठा लिया. पर बेरहम मोदी सरकार का न तो दिल पसीजा और न ही आज तक प्रधानमंत्री या किसी भी मंत्री के मुंह से सांत्वना का एक शब्द निकला.
सोनिया ने कहा, ‘मैं सभी दिवंगत किसान भाइयों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रभु से उनके परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करती हूं. उन्होंने आरोप लगाया कि मुट्ठी भर उद्योगपति और उनका मुनाफ़ा सुनिश्चित करना ही इस सरकार का मुख्य एजेंडा बनकर है.
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