Aurangabad : बिहार में पुल के ढहने और सड़कों के धवस्त होने का सिलसिला थमा नहीं था कि अब निर्माणाधीन पुल का डायवर्सन बहने का मामला सामने आया है. ताजा मामला औरंगाबाद का है. यहां देव प्रखंड के चट्टी बाजार स्थित देव-अंबा रोड में बारिश की वजह से निर्माणधीन पुल का डायवर्सन बह गया है. इसकी वजह से यहां के कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है. लोगों को परेशानियों का सामना करना पड रहा है. देव प्रखंड के लोगों में निर्माणधीन पुल का डायवर्सन बहने और आवागमन ठप होने को लेकर जिला प्रशासन के खिलाफ खासी नाराजगी है. प्रखंडवासी भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं.
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समाजसेवी ने प्रशासन से डायवर्सन बनाने की मांग की
इधर जिला परिषद प्रतिनिधि ने निर्माणधीन पुल निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. इलाके के लोगों का कहना है कि अधिकारियों की उदासीनता के कारण एजेंसी निर्माण कार्य में लापरवाही बरत रही है. उनका आरोप है कि एजेंसी और ठेकेदार की मिलीभगत से सरकार के पैसों का बंदरबांट हो रहा है. वहीं समाजसेवी संजीव कुशवाहा का कहना है कि अंबा से देव और बालूगंज से देव जाने के लिए यह एकमात्र सड़क है. अंबा-देव रोड में पुल का निर्माण कराया जा रहा है. इसकी वजह से यहां डायवर्सन बनाया गया था. लेकिन तेज बारिश में यह बह गया. ऐसे में आवागमन तो बाधित हुआ ही है. साथ ही कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क भी टूट गया है. बताया कि अभी पुल निर्माण कार्य पूरा होने में काफी समय लगेगा. ऐसे में आवागमन सुचारु करने के लिए फिर से डायवर्सन बनवाने की जरुरत है. उन्होंने प्रशासन से डायवर्सन बनाने की मांग की है.
18 जून से पुल, पुलिया और सड़क धवस्त होने का सिलसिला जारी
आपको बता दें कि बिहार में पुलों के गिरने का सिलसिला बीते 18 जून से शुरू हुआ था, जो अब भी जारी है. बिहार में बीते 25 दिनों में 15 से ज्यादा पुल ध्वस्त हो चुके हैं. इसके अलावा तेज बारिश में कई पुलिया भी बह गयी. इतना ही नहीं सड़कें भी ध्वस्त हो गयीं. सबसे पहले 18 जून को अररिया के सिकटी में बकरा नदी पर 12 करोड़ की लागत से बना पुल गिरा था. वहीं चार दिन बाद 22 जून को सिवान में दरौंदा और महाराजगंज ब्लॉक को जोड़ने वाली नहर पर बना पुल गिरा था. 23 जून को मोतिहारी के घोड़ासहन प्रखंड में डेढ़ करोड़ की लागत से बन रहा पुल भरभरा कर गिर गया था.इसके बाद 27 जून को बिहार के किशनगंज में कनकई और महानंद नदी को जोड़ने वाली सहायक नदी पर बना 70 मीटर लंबा पुल का पिलर अचानक ढह गया. वहीं 28 जून को मधुबनी में भी निर्माणाधीन पुल का गर्डर गिर गया. वहीं एक जुलाई को किशनगंज के ठाकुरगंज प्रखंड के पथरिया पंचायत स्थित खोशी डांगी गांव में बूंद नदी पर बना पुल का पिलर तेज बारिश के बाद नदी का जलस्तर बढ़ने से करीब एक से डेढ़ फीट धंस गया. इसके बाद भी सीवान, सारण, किशनगंज, मधुबनी और पूर्वी चंपारण से पुल गिरने के कई मामले सामने आये.
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