Ranchi : भाजपा के प्रवक्ता रमाकांत महतो ने आदिवासियत के नाम पर राजनीति चमकाने वाले आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोपी बंधु तिर्की को भाजपा पर आरोप लगाने से पहले हेमंत सरकार से पूछने की हिम्मत दिखानी चाहिए. जेपीएससी और जेएसएससी में जिस तरीके से नियमों को ताक में रखकर ,पेपर लीक एवं परीक्षा सेंटर सेटिंग्स कराकर खुलेआम नौकरियां बेची जा रही हैं. जिसमें 70 प्रतिशत से अधिक राज्य के बाहर के अभ्यर्थी शामिल हैं. सरकार के बनने के छः माह के अंदर 1932 आधारित स्थानीय और नियोजन नीति बनाने का दंभ भर रहे थे. स्थानीय युवाओं को संवेदक बना कर 75% विकास योजनाओं में भागीदारी सुनिश्चित करने,बेरोजगारों को भत्ता देने, निजी संस्थानों में 75%स्थानीय युवाओं को नियोजित करने जैसे कई बुनियादी मुद्दे आज गौण क्यों हो गए.
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सरकारी सुख-सुविधाओं का लाभ ले रहे बंधु
रमाकांत महतो ने कहा कि बंधु तिर्की इस सरकार में राज्य समन्वय समिति के सदस्य हैं. उन्हें मंत्री का दर्जा प्राप्त है. सरकारी सुख सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं. सरकार के नुमाइंदे बने हुए हैं, और राग अलाप रहें कि सीएनटी, एसपीटी और पेसा कानून का धज्जियां उड़ा कर आदिवासियों की जमीन कब्जा कर लूटी जा रही है. रक्षक ही भक्षक बने हुए हैं. मुख्यमंत्री पर ही सीएनटी की जमीन उल्लंघन का आरोप है. उसपर बंधु तिर्की का मुंह बंद क्यों है. टीएसी को कमजोर करने लिए विवादों के घेरे में रखा गया है. उल्टे संवैधानिक पद आसीन राज्यपाल पर अंगुली उठाते हैं. जन्तु और मानव में अंतर नहीं कर पा रहें हैं.
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