Patna: कानून व्यवस्था से आमजन जुड़ा होता है. इसलिए सरकार के साथ-साथ विपक्ष इसे लेकर गंभीर रहता है. इसमें गड़बड़ी होने पर सरकार को घेरने का अवसर मिल जाता है. प्रदेश में इन दिनों विपक्ष इसी मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरने में लगी है.
बिहार में आपराधिक वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. सीएम नीतीश कुमार लगातार कानून व्यवस्था के मुद्दे पर बैठक कर रहे हैं. अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिये जा रहे हैं. बावजूद इसके क्राइम के ग्राफ में कोई कमी आती नहीं दिख रही है. इस मुद्दे पर राजनीतिक तापमान बढ़ता जा रहा है.
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पुलिस पस्त अपराधी मस्त
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि सुशासन की सरकार नीतीश सरकार में पुलिस पस्त हो चुकी है और अपराधी मस्त हैं. तेजस्वी यादव ने सुशासन पर ठीक सवाल उठाए हैं. सीएम नीतीश कुमार से बिहार नहीं संभल रहा है. पुलिस वसूली में व्यस्त रहती है.
वहीं, कांग्रेस नेता राजेश राठौर ने नीतीश सरकार पर भी हमला बोला है. पुलिस को स्वतंत्र छोड़े नीतीश कुमार तभी कुछ हो सकता है. प्रदेश में अपराध के लिए सीएम नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं. नीतीश कुमार को गृह मंत्रालय अब छोड़ देना चाहिए. आरएलएसपी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव माधव आनंद ने कहा है कि सभी बिहारवासी चिंतित हैं. आपराधिक घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है. सरकार भी चिंतित है और निश्चित रूप से कदम उठाने की जरूरत है.
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