Ranchi: झामुमो ने भाजपा को सलाह दी है और निवेदन किया है कि वह निगेटिव पॉलिटिक्स से बाज आए. वह हमसे राजनीतिक एवं मर्यादित लड़ाई लड़े. मौत पर राजनीति बिना तथ्य के न करे. हेमंत सोरेन की सरकार बहुत अधिक संवेदनशील है, किसी को तकलीफ देने का काम नहीं करेगी. सरकार को उत्पाद आरक्षी नियमावली में कुछ त्रुटियां नजर आईं, इसलिए सरकार ने इसकी समीक्षा करने का निर्णय लिया है. इसलिए भाजपा मौत पर गंदी एवं घटिया राजनीति न करे. बहुत सारे सच एक्सपर्ट के हवाले से सामने आने लगे हैं, बाकी का सच भी सबके सामने जल्द आ जाएगा. उक्त बातें पार्टी के महासचिव एवं प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने गुरुवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान कही.
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कोरोना वैक्सीन पर सवाल हमने नहीं, हालात कर रहे हैं
सुप्रियो ने कहा कि कोरोना वैक्सीन पर सवाल हमने नहीं किया है. जो हालात पैदा हुए हैं पूरे देश में, उससे उत्पन्न हो रहा है. आखिरकार क्या कारण रहा है कि सिरम कंपनी के मालिक अजय पूणेवाला देश छोड़ कर भाग गया. हालात यह बयां कर रहे हैं, वैक्सीन के कारण सांस फूलने और हर्ट की समस्या उत्पन्न हो रही है. आखिरकार अचानक ऐसा क्यों हुआ कि कोरोना वैक्सीन से अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोटो हटा दिया गया था. देश में कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिससे सवाल पैदा हो रहे हैं. हमने तो मोदी जी की फोटो लगी हुई वैक्सीन ली है, अगर मुझे इसके कारण कुछ हुआ, तो इसके जिम्मेवार प्रधानमंत्री होंगे.
दुखद मौत पर संवदेनशील सरकार से जो बन पड़ेगा जरूर करेगी
उन्होंने कहा कि उत्पाद आरक्षी दौड़ में शामिल अभ्यार्थियों के दुखद मौत में एस्टॉयरड लेने के मामले सामने आ रहे हैं. अभी जांच जारी है, बहुत जल्द सच सबके सामने आ जाएगा. सरकार पूरी तरह से संवेदनशील है, सरकार से जो बन पड़ेगा पीड़ित परिवार के लिए कुछ न कुछ करेगी, क्योंकि हमें दुखद मौत पर राजनीति नहीं करनी है. हां मगर भाजपा को इससे बचना चाहिए.
कुछ लोग नहीं चाहते हैं आधी आबादी स्वावलंबी बने
मंईयां योजना को लेकर जो पीआईएल दायर की गयी है, वो कौन हैं और किससे जुड़े हैं, पता कर लीजिए. इससे साबित होता है कि कुछ लोग यह नहीं चाहते हैं कि महिलाएं, हमारी आधी आबादी स्वावलंबी बनें. हमारी सरकार ने मंईयां योजना का लाभ 18 से 20 वर्ष की बेटियों को देने का जो फैसला लिया है, वह भी क्रांतिकारी कदम है. सरकार ने तय किया है कि एक बेटी के जन्म से लेकर जीवनपर्यंत तक उसके साथ खड़ी रहेगी. चाहे वह सावित्री फुले बाई किशोरी स्मृतद्धि योजना हो या फिर अब मंईयां योजना के तहत 18 से 20 वर्ष की बेटियों का जोड़ना. हमारी सरकार कार्यकाल के अंत तक जो वादे किए थे, उसका पूरा लेखा-जोखा लेकर जनता के बीच जाएगी. किसी को चिंतित होने की जरूरत नहीं है.
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