Ranchi: भाजपा झारखंड में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करना चाहती है. यह आरोप लगाते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने कहा कि केंद्र सरकार पिछले दरवाजे से झारखंड में एनआरसी लागू करना चाहती है. केंद्र सरकार ने न्यायालय में दाखिल अपने हलफनामे में जनसंख्या वृद्धि का आंकड़ा पेश कर उसे घुसपैठ से जोड़ने की कोशिश की है. केंद्र सरकार द्वारा जो आंकड़े दिए गए हैं, वह सीधे अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने की कोशिश में पहला कदम है. चुनावी जीत के लिए सांप्रदायिक मसला झारखंड में केंद्र सरकार तैयार करने की कोशिश कर कर रही है. अगर झारखंड में घुसपैठ हुई है तो इसके लिए केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय को सीधे जिम्मेवारी लेनी चाहिए, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को यह स्वीकार करना चाहिए कि उनके नेतृत्व में देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं है.
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झारखंड को टुकड़ों में बांटने की मंशा
उन्होंने कहा कि जिस तरह से बगैर किसी जनगणना के 13 साल पहले के आंकड़ों के आधार पर केंद्र सरकार मन माफिक आंकड़े जारी कर रही है उससे लग रहा है कि जनता की चुनी हुई गैर भाजपा शासित राज्यों के संवैधानिक अधिकार खतरे में है. भाजपा के नेतृत्व में झारखंड में 15 वर्षों से भी ज्यादा सरकार रही और केंद्र सरकार के यह आंकड़े उनके शासन काल की विफलता का प्रतीक है. केंद्र सरकार की साफ मंशा झारखंड को टुकड़ों में बांटने की है और इसके लिए वह आदिवासी,हिंदू, मुस्लिम,ईसाई के नाम पर झारखंडी जनता को लड़ाना चाहती है.
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