Bokaro : जागरूकता के अभाव में राष्ट्रीय परिवारिक हित लाभ योजना की राशि खर्च नहीं हो पायी. ऐसे में वित्तीय वर्ष बीतने के बाद इस राशि को सरेंडर करना पड़ सकता है. 9 माह बीत जाने के बाद भी अबतक महज 40 लाभुकों के बीच 8 लाख रुपए ही खर्च हो पाये हैं.
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893 लाभुकों का निर्धारित था लक्ष्य
राज्य सरकार ने सामाजिक सुरक्षा विभाग को 893 लाभुकों के लिए 1करोड़ 78 लाख 60हजार रुपए आबंटित किया था. लेकिन विभाग महज 40 लाभुकों के बीच 8 लाख रुपए बांट पाया है .यह राशि गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लाभुकों को दी जानी थी. इस योजना के तहत 18 से 59 वर्ष के भीतर किसी घटना में जान गवां बैठे थे. जो अपने परिवार के अर्जक थे.
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लौट सकती हैं यह राशि
इस राशि को खर्च करने के लिए मात्र ढाई माह शेष बचे हैं. नौ माह में 8 लाख खर्च हुए हैं, ऐसी स्थिति में 1 करोड़ 70 लाख 60 हजार रुपयों पर लौटने का खतरा मंडरा रहे हैं. चुकी जिला प्रशासन बोकारो 9 माह में राशि ख़र्च नहीं कर पाई. तो सवाल यह है कि जो काम 9 माह में नहीं हुए. वह ढाई माह में हो पायेगा.
जागरूकता का अभाव
सच्चाई यह है कि राशि जागरूकता के अभाव के कारण खर्च नहीं हो पायी हैं. जानकारी के अभाव में भी कई लोग इस योजना का लाभ नहीं ले पाये है. इस योजना की जानकारी आम लोगों को नहीं था. लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है. जिसे लोग योजना का लाभ ले सके.
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क्या कहते हैं अधिकारी
सामाजिक सुरक्षा विभाग के निदेशक रविशंकर मिश्र ने कहा कि राशि खर्च करने का पहल जारी है. सभी सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया गया है.
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