Bokaro : बीएसएल में पीआरपी (प्रोडक्शन रिलेटेड पे) की मांग को लेकर यूनियन का आंदोलन जोर पकड़ता जा रहा है. बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ ने गुरुवार को सिंटर प्लांट सीजीएम कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में सिंटर प्लांट कर्मियों ने भाग लिया. ज्ञात हो कि सेल प्रबंधन के एकतरफा बोनस/एएसपीएलआईएस फॉर्मूला पर केंद्रीय मजदूर संगठनों इंटक, बीएमएस व एचएमएस के नेताओं के हस्ताक्षर करने से बीएसएल कर्मियों में रोष है. संघ के नेताओं ने कहा कि 19.2 मिलियन टन क्रुड स्टील उत्पादन व 12400 करोड़ रुपए एबिटा होने के बावजूद बीएसएल समेत सभी सेल कर्मियों को पिछले साल मात्र 23000 रुपए बोनस जबरदस्ती उनके खाते में भेजा गया. पहले वेज रिविजन व रात्रि पाली भत्ता और फिर बोनस फॉर्मूले में एनजेसीएस संविधान का उल्लंघन कर आम सहमति की जगह बहुमत से फैसला लेने की परिपाटी लागू की गई. लेकिन किसी भी यूनियन नेता ने इसका विरोध नहीं किया .
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए संघ के अध्यक्ष हरिओम ने कहा कि सेल /बीएसएल कर्मी 94 माह से लाखों रुपए गंवा कर सोए हुए हैं. कर्मियों को कुंभकर्णी निद्रा से जागना होगा. प्रबंधन को पता है कि बोनस फॉर्मूले पर हस्ताक्षर करने वाले देवेंद्र, विरेंद्र, राजेंद्र जैसे नेताओं को कर्मचारियों का समर्थन नहीं प्राप्त है. महासचिव दिलीप कुमार ने कहा कि सेल प्रबंधन प एनजेसीएस नेता मीटिंग, सीटिंग, इटिंग तो करते ही हैं, अब कर्मचारियों के साथ चीटिंग भी कर रहे हैं. अब समय आ गया है कि एनजेसीएस व बीएसएल में कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व निर्वाचित यूनियन व उसके निर्वाचित नेता ही करें. प्रदर्शन को अतुल सिंह, विकास महथा, सिकंदर आदि ने भी संबोधित किया.
यह भी पढ़ें : नवादा कांड पर बोले लालू यादव – समाज को भ्रमित कर रहे हैं मांझी
Leave a Reply