Ranchi : सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को ईडी ने गिरफ्तार करने के बाद प्रवर्तन निदेशालय के विशेष न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया. पंकज मिश्रा को पेश किए जाने के बाद ईडी ने कोर्ट से 6 दिनों के लिए पंकज को रिमांड पर देने के लिए अर्जी दाखिल की. जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है. कोर्ट से रिमांड मिलने के बाद अब ईडी पंकज से पूछताछ करेगी.
आपत्तिजनक दस्तावेज और 5.34 करोड़ नकद जब्त किये गये थे
अवैध खनन मामले में पंकज मिश्रा, दाहू यादव और उनके सहयोगियों के 37 बैंक खातों में 11.88 करोड़ रुपये जमा थे, जिसे ईडी ने जब्त कर लिया है. इससे पहले ईडी ने साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बरहरवा में 19 स्थानों पर तलाशी ली थी. इस दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज और 5.34 करोड़ नकद जब्त किये गये थे. तलाशी अभियान के दौरान ईडी ने साइट से अवैध रूप से संचालित किये जा रहे पांच स्टोन क्रशर, पांच अवैध बंदूक और कारतूस भी जब्त किए थे.
अवैध खनन से 100 करोड़ से ज्यादा जुटाये गये
साहेबगंज में अवैध खनन से 100 करोड़ से ज्यादा जुटाये गये हैं. जिसमें कई नौकरशाहों और राजनेताओं के पैसे भी शामिल हैं. ये बातें ईडी ने 15 जुलाई को जारी प्रेस रिलीज में कही थी. ईडी को विभिन्न व्यक्तियों के बयानों, डिजिटल साक्ष्यों और दस्तावेजों सहित जांच के दौरान एकत्र किये गए सबूतों से पता चला कि जब्त नकदी/बैंक बैलेंस, वन क्षेत्र सहित साहिबगंज क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किये जा रहे अवैध खनन से प्राप्त हुए हैं.
बरहरवा थाने में वर्ष 2020 में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पंकज मिश्रा पर बीते चार जून को केस दर्ज किया था. उन पर साहिबगंज जिले के बरहरवा थाने में वर्ष 2020 में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इसके तहत उन्हें अभियुक्त बनाया गया है. इस मामले में ईडी ने शंभु नंद कुमार का बयान भी दर्ज किया था. शंभु ने ईडी को दिये अपने बयान में राज्य के कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम का नाम लिया था.
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