Ranchi: राज अस्पताल, रांची के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख चिकित्सक डॉ. राजेश कुमार झा (MD, DM- कार्डियोलॉजी) के द्वारा नवीनतम तकनीक पर आधारित अबॉट कंपनी की एवियर लीड रहित पेसमेकर का प्रत्यारोपण किया गया. एबॉट एवियर लीड रहित पेसमेकर का प्रत्यारोपण पूरे झारखंड, बिहार और ओडिशा में पहली बार किया गया है. डॉ. राजेश कुमार झा ने बताया कि मरीज ने पारंपरिक पेसमेकर सर्जरी करवाई थी लेकिन उनका पेसमेकर पॉकेट संक्रमित हो गया था, क्योंकि मरीज की उम्र बहुत ज्यादा थी और साथ में मरीज को और भी अन्य बीमारियां थी. इसलिए हमने तय किया कि इस मरीज का इलाज इस विशेष उपकरण से करना उचित रहेगा और हमने इसे सफलतापूर्वक किया है. कहा कि यह तकनीक इतनी सुरछित और प्रभावी है की पेसमेकर की प्रत्यारोपण के अगले दिन ही मरीज को छुट्टी मिल गई. पूरी प्रक्रिया का समय आधे घंटे से भी कम था जो मरीज़ के लिए बहुत ही आरामदायक था.
इस पेसमेकर की बैटरी की लाइफ 20 वर्ष से अधिक है
यह प्रक्रिया बिना चीर-फाड़ के पूरी तरह से दर्द रहित एवं बहुत ही सुरक्षित है. विशेषकर ऐसे मरीज जो बहुत सी बिमारियों से ग्रसित है तथा जिनका शरीर कमजोर है एवं जिनमे बार-बार पेसमेकर पॉकेट इन्फेक्शन हो जाता है उनमें इस प्रक्रिया के द्वारा पेसमेकर प्रत्यारोपित करने पर रिकवरी बहुत ही जल्दी होती है. इस पेसमेकर का आकार बिल्कुल रिमोट की ( AAA battery ) बैटरी जितना होता है. इसकी बैटरी की लाइफ 20 वर्ष से अधिक है. नियमित पेसमेकर और लीडलेस पेसमेकर में प्रमुख अंतर यह है कि मरीज को अस्पताल में कम रहना पड़ता है, कम रक्तस्राव होता है, प्रत्यारोपण के दौरान जटिलताएं भी कम होती हैं और साथ ही संक्रमण की कोई संभावना नहीं होती है. राज अस्पताल, रांची के हृदय रोग विभाग में डॉ. राजेश कुमार झा के नेतृत्व में कुशल टीम के द्वारा हृदय से जुडी इलाज जैसे एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, पेसमेकर प्रत्यारोपण, आईसीडी, सीआरटीडी, पेरीफेरल एंजियोप्लास्टी और लीडलेस पेसमेकर जैसी सारी प्रक्रिया की जाती है.
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