Ranchi: झारखंड में तीन चिटफंड कंपनियों के निदेशकों और अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई ने मामला दर्ज किया है. जानकारी के मुताबिक सीबीआई की आर्थिक अपराध शाखा ने चिटफंड घोटाले में तीन अलग अलग मामले दर्ज किये हैं. जिसमें 16 लोगों को आरोपी बनाया गया है. पूर्व में तीनों कांड झारखंड के गिरिडीह के टाउन थाने में दर्ज थे. चिटफंड कंपनी के लोग निवेशकों से दो गुना, तीन गुना पैसा देने की बात कह ठगी करते थे. झारखंड हाईकोर्ट के 2017 के आदेश के आधार पर सीबीआई ने तीनों पर मामला दर्ज किया है.
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किन-किन कंपनियों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
गिरिडीह के टाउन थाने में साल 2015 में मेसर्स अन्वेषा इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिडेट के खिलाफ केस दर्ज हुआ था. यह कंपनी साल 2011 से 2013 तक सक्रिय थी. इस मामले में सीबीआई ने कंपनी के चेयरमैन प्रसन्नजीत मुखर्जी, निदेशक सर्जन कुमार दास, महेंद्र कुमार तुरी, वैशाली मजुमदार, कृष्णा ठाकुर, वरूण कुमार राय को आरोपी बनाया है. इसके बाद गिरिडीह में ही कोलकाता बेस्ड चिटफंड कंपनी ओमिशा एग्री इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड ने शाखा खोली थी. 2014 तक इस कंपनी ने पैसे दोगने करने के नाम पर हजारों लोगों से पैसे ठगे, बाद में कंपनी ने अपनी शाखा बंद कर दी. इस मामले में सीबीआई ने कंपनी के सीएमडी सुशांतो दास, निदेशक राजीव मंडल को आरोपी बनाया है. कंपनी का कॉरपोरेट ऑफिस केनाल स्ट्रीट, लेन टाउन, वीआईपी रोड कोलकाता में स्थित है. इसके अलावा सीबीआई ने मेसर्स एरीज कोमोट्रेड चेन मार्केटिंग, एग्रोटेक एनर्जी एंड होटल जेड मीडिया ग्रुप कंपनी के सीएमडी सुब्रत दास, सीईओ सुजीत पाल, निदेशक विश्वनाथ गांगुली, सुनीता दास, उमाशंकर साव, सुब्रजीत बानिक, सहायक निदेशक प्रसन्नजीत सेन गुप्ता को आरोपी बनाया है. यह कंपनी भी गिरिडीह में 2014 तक कार्यरत थी.
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