Chaibasa (Sukesh Kumar) : झामुमो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले झारखंड के सभी बड़े आदिवासी नेता आदिवासियों की अस्मिता को बचाने के लिए भाजपा में शामिल होने की वकालत कर रहे हैं. लेकिन यही भाजपा और आरएसएस है जो विश्व आदिवासी दिवस मनाने के लिए भाजपा शासित राज्यों में रोक लगा दी थी. यह प्रतिक्रिया कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष सन्नी सिंकू ने दी है. सन्नी सिंकू ने कहा कि झारखंड के हेमंत सोरेन सरकार को गिराने के लिए इन पांच वर्षों में भाजपा ने पांच-छह बार से अधिक प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली. भाजपा अपने को नेक चाल चेहरा और चरित्र वाली पार्टी के रूप में स्थापित करने का प्रयास करती है. भाजपा का असली चेहरा और चरित्र जनता जनार्दन खुली आंखों से देख रही है. यही भाजपा और आरएसएस है जो आदिवासियों को आदिवासी तक नहीं कहना चाहती है. वो तो राहुल गांधी हैं जो अब भाजपा वाले आदिवासी को आदिवासी बोलने के लिए विवश हैं.
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